इटारसी ! डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी शासकीय अस्पताल में बर्न यूनिट बनने का रास्ता साफ हो गया है। इसी के साथ डाक्टर्स की कमी को देखते हुए अब निजी चिकित्सक की सेवा ली जाएगी। शहर के जाने-माने शल्य चिकित्सक डॉ. अनिल सिंह ने अपनी सेवाएं देने की सहमति प्रदान कर दी है। जल्द ही डॉ.एसपीएम अस्पताल में डिजीटल एक्स-रे मशीन की स्थापना भी हो जाएगी। इसके लिए शासन स्तर पर चर्चा चल रही है, जल्द ही इसकी प्रक्रिया पूर्ण हो जाएगी। यह जानकारी आज शासकीय चिकित्सालय की रोगी कल्याण समिति की बैठक में दी गई। बैठक की अध्यक्षता विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीतासरन शर्मा ने की। इस अवसर पर एसडीएम टीना यादव, मुख्य नगर पालिका अधिकारी सुरेश दुबे, विधायक प्रतिनिधि भरत वर्मा, कल्पेश अग्रवाल, सदस्य रोहित नागे व अन्य सदस्य मौजूद थे।
एजेंडे के पहले प्रस्ताव पर चर्चा हुई जिसमें रोकस के लेखा की संपरीक्षा शुल्क जमा करने हेतु 2.35041 के व्यय का भुगतान आडिटर जनरल के कार्यालय से आए एक नोटिस में मांगा था। तय किया गया कि समिति की नियमावली स्थानीय सीए से आडिट का प्रावधान है, शासन को इस संबंध में पत्र लिखा जाएगा। अस्पताल के एकमात्र इलेक्ट्रिशियन के सेवानिवृत्त होने के बाद नए इलेक्ट्रिशियन की नियुक्ति पर चर्चा के बाद सहमति बनी। बर्न यूनिट के विषय में राठी अस्पताल भवन के साइड के पुराने भवन का चयन किया। अस्पताल अधीक्षक डॉ. एके शिवानी ने जानकारी दी है कि बर्न यूनिट के लिए वातानुकूलित यंत्र के आर्डर हो चुके हैं जो जल्द ही आ जाएंगे। ट्रामा यूनिट के लिए शासन स्तर पर प्रयास करने पर सहमति बनी। ब्लड बैंक में शासन स्तर से आए पत्र के अनुसार प्रोसेसिंग चार्ज 1050 करने का प्रस्ताव आया जिस पर चार्ज नहीं बढ़ाने पर सहमति बनी। अस्पताल परिसर में सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस चौकी शुरु करने के प्रस्ताव पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ.शर्मा ने एसडीएम सुश्री यादव को चौकी शुरु कराने की पहल करने को कहा। डाक्टर्स, नर्सिंग स्टाफ, टैक्नीशियन एवं अन्य स्टाफ की कमी की पूर्ति करने के प्रस्ताव पर विस अध्यक्ष ने शासन स्तर से प्रयास करने का भरोसा दिया।
नपा करेगी सफाई में सहयोग: शासकीय अस्पताल में सफाई का काम ठेका पद्धति से होता था। समय पूर्ण होने के बाद ठेका खत्म हो गया। अब अस्पताल परिसर की सफाई व्यवस्था प्रभावित हो रही है। रोकस के सामने समिति की ओर से सफाई कर्मचारी रखने के विषय में मांग पत्र आया था। जिस पर तय किया गया कि नगर पालिका नया ठेका नहीं होने तक सफाई में सहयोग करेगी। जो कर्मचारी अब तक अस्पताल में सफाई व्यवस्था में कार्यरत थे, उनसे फिलहाल काम कराया जाए जिसमें नगर पालिका सहयोग करेगी। तय हुआ कि पांच कर्मचारी रखे जाएं जिनका वेतन भुगतान नगर पालिका करेगी।
दुकानों के मामले में समिति का रुख सख्त: शासकीय अस्पताल परिसर में बने रोगी कल्याण समिति के काम्लेक्स के उन दुकानदारों के संबंध में समिति का रुख सख्त रहा जिन्होंने अनेक नोटिस के बावजूद अपनी बकाया राशि जमा करने में रुचि नहीं दिखाई। समिति ने निर्णय लिया है कि जिन लोगों पर बड़ी राशि बकाया है, उन्हें केवल तीन दिन का अंतिम चेतावनी पत्र देकर चौथे दिन समिति एसडीएम और पुलिस को सूचित करके अपना ताला डालेगी। जिन लोगों पर 12 हजार से ऊपर की राशि है, उनको सात दिन का वक्त और 10 हजार से नीचे के बकायादारों को दस दिन का वक्त राशि जमा करने का दिया जाए।

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