भोपाल।   मध्यप्रदेश में लगातार रोज रिश्वतखोर शासकीय सेवकों की धरपकड़ जारी है, शुक्रवार को दो पटवारियों को रंगे हाथ लोकायुक्त ने पकड़ा था अब शनिवार को भोपाल में पदस्थ राजस्व निरीक्षक को लोकायुक्त पुलिस ने ₹25000 के रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। आरोपी राजस्व निरीक्षक द्वारा कोलार तहसील क्षेत्र में स्थित हिनोतिया ग्राम की जमीन के सीमांकन के बदले यह रिश्वत मांगी गई थी। खास बात यह है की आरोपी रोहित नगर में  आरआई द्वारा समानांतर तहसील दफ्तर चलाया जा रहा था, यही लोकायुक्त की टीम ने आरोपी को रंगे हाथों पकड़ा।

बताया जा रहा है कि लोकायुक्त आवेदक जीपी त्रिपाठी खुद रिटायर्ड एएसआई है। उनके द्वारा 10 मई 2022 को एसपी लोकायुक्त को शिकायत की कि उनका 5000 वर्ग फीट का भूखंड ग्राम हिनोतिया तहसील कोलार में है जिसका सीमांकन होना है। सीमांकन के लिए तहसीलदार द्वारा अनिल मालवीय आरआई को आवेदन मार्क किया गया। इसके बाद राजस्व निरीक्षक अनिल मालवीय द्वारा अपने निवास के पास ऑफिस में फरियादी को बुलाया और भूखंड के बंटान एवं सीमांकन के लिए 30 हजार की रिश्वत मांगी जा रही है। जिसके बाद तमाम सबूतो के आधार पर लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक के निर्देश टीम गठित की गई और  शनिवार को आरोपी अनिल मालवीय ने अपने प्राइवेट सहयोगी हुकुम सिंह के माध्यम से रिश्वत राशि 25000 रुपया प्राप्त की वैसे ही आरोपी अनिल मालवीय एवं हुकुम सिंह को रंगे हाथों पकड़ा गया। आरोपी अनिल मालवीय के विरोध धारा 7 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 का प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है। बताया जा रहा है कि आरोपी राजस्व निरीक्षक अनिल मालवीय कोलार तहसील में पदस्थ है।  मालवीय द्वारा रोहित नगर में समानांतर दफ्तर चला कर इस तरह के मामले में लेनदेन किया जाता था। इसका खुलासा आज हुई कार्यवाही में हुआ है। हालांकि इसकी शिकायत लोगों ने कई बार जनप्रतिनिधियों से भी की लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।