गुना। गुना के आरोन में 3 पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में पुलिस ने मारे गए शिकारी भाइयों नौशाद और शहजाद के एक अन्य भाई सिराज खान और उनके पिता नासिर खान को भी गिरफ्तार कर लिया है। इन दोनों को नौशाद का शव छुपाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। साथ ही, पुलिस ने पुलिसकर्मियों से लूटी गई राइफल भी निसार खान से बरामद की है। इन दोनों के नाम पहले FIR में नहीं थे, लेकिन अब नामजद आरोपियों की संख्या 9 हो गई है।
उधर 3 पुलिसवालों की हत्या के बाद हुए एनकाउंटर पर सवाल उठना शुरू हो गए हैं। गुना निवासी समाजसेवी कृष्ण कुमार रघुवंशी ने CJM कोर्ट में याचिका दायर कर इस एनकाउंटर की जांच कराने की मांग की है। CJM आदित्य सिंह की कोर्ट ने याचिका स्वीकार कर ली है। सुनवाई 17 मई को होगी।
रविवार को दायर की गई याचिका में कहा गया है कि पुलिस ने ताकतवर लोगों को बचाने के मकसद और सबूत मिटाने के लिए एनकाउंटर किया है। बिना किसी जांच-पड़ताल, बिना गिरफ्तारी के एनकाउंटर बताकर तीन लोगों की हत्या की गई है। जबकि, कानून यह कहता है कि किसी भी घटना में अगर कोई व्यक्ति शामिल है तो उसे गिरफ्तार कर 24 घंटे में मजिस्ट्रेट के सामने पेश करना होता है। सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का भी पालन नहीं किया गया।
बिदोरिया, भोडनी, बजरंगगढ़ के जंगलों में पुलिस की 5 अलग-अलग टीमों को सर्चिंग में लगाया गया है। बिदोरिया गांव में दो अलग-अलग थानों की पुलिस के अलावा STF, SAF, QRF की 2 कंपनी तैनात की गई हैं।
पुलिस ने कल दो कुओं में इंसास राइफल फेंके जाने की सूचना पर 10 घंटे सर्च ऑपरेशन चलाया था। कुछ नहीं मिलने पर सर्च ऑपरेशन को रोक दिया गया।