भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में अतिवृष्टि से उत्पन्न परिस्थितियों की समीक्षा करते हुए कहा है कि स्थितियों पर लगातार नजर रखें। उन्होंने कहा है कि जहां भारी वर्षा की चेतावनी है, वहां पहले से दवाईयों की तैयारी करें। प्रभावित क्षेत्रों में पानी उतरने के बाद मौसमी बीमारियों की संभावना को देखते हुये पहले से दवाईयों आदि की जरूरी व्यवस्था करें।
मुख्यमंत्री चौहान आज यहां प्रदेश में बाढ की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिये हैं कि प्रभावित क्षेत्रों के बांधों से पानी एक साथ नहीं छोड़ा जाये। बांध के निचले क्षेत्र के गांवों में पहले से इसकी सूचना दी जाये। पानी उतरने के बाद नुकसान सर्वे का काम तुरंत शुरू किया जाये। पूरे प्रदेश में निचले इलाकों में रहने वाले परिवारों का सर्वे किया जाये तथा इन परिवारों को दूसरे स्थान पर बसाने की कार्य योजना बनायी जाये।
बैठक में बताया गया कि अतिवृष्टि से रीवा शहर सहित जिले के 35, सतना जिले के 62 गांव प्रभावित है जिनमें पांच ज्यादा प्रभावित है और पन्ना जिले के 41 गांव घिरे हुये हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र से सतना जिले में 4 हजार 215 लोगों को सुरक्षित रूप से निकाला गया है। सतना जिले में 3 नदियों टमस, सिमरावल और छोटी टमस में ज्यादा पानी है। रीवा शहर में 6 मोहल्ले ज्यादा प्रभावित हुये हैं।
पिछले 20 घंटे में रीवा शहर से 550 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। इसी तरह जिले की जवा तहसील और त्यौथर तहसील में पांच सौ-पांच सौ लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। इस तरह रीवा जिले में कुल 1 हजार 550 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। पन्ना जिले के 144 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है।
प्रभावित क्षेत्र में एन.डी.आर.एफ. की तीन और एस.डी.आर.एफ. की 12 टीम बचाव कार्य में लगी है। साथ ही 33 डी.आर.सी. संचालित है। सेना को बुलाया गया है साथ ही 2 हेलीकाप्टर भी सतना में रखे गये है। बचाव कार्यों में 30 मोटर बोट भी लगी है। बाढ़ एवं अतिवृष्टि से प्रभावित लोगों के लिये रीवा में 38 शिविर संचालित है जिनमें 3500 लोग ठहरे हैं। इसी तरह सतना में 26 शिविरों में 2500 लोग और पन्ना में तीन शिविरों में 100 लोग ठहरे हैं।
प्रदेश में पिछले 24 घंटों में अतिवृष्टि से 15 लोगों की मृत्यु हुयी है। इसमें सागर जिले के राहतगढ़ में 7 और कटनी में 2 लोगों की मृत्यु मकान गिरने से हुयी। इसके साथ ही छतरपुर में 3 तथा सांची में 3 लोगों की मृत्यु पानी में बहने से हुयी है। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रूपये की राहत राशि देने की घोषणा की है। रीवा, सतना और कटनी में राहत कार्य युद्ध स्तर पर चल रहे हैं।