होशंगाबाद ! नौगजा क्षेत्र की एक महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर आटो चालक पति की हत्या कर दी। महिला के मुताबिक उसका पति आए दिन परेशान करता था जिससे तंग आकर उसकी हत्या कराई और पुलिस को गुमराह करने के लिए मनगढ़ंत कहानी गढ़ी, लेकिन पुलिस ने लंबी पूछताछ के बाद आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
एसडीओपी एनएस चौधरी, टीआई महेंद्र सिंह चौहान ने पत्रकारवार्ता के दौरान बताया कि पवारखेड़ा निवासी ब्रजमोहन मेहरा ने सूचना दी कि इटारसी बाइपास रोड पर एक अज्ञात पुरूष का शव संदिग्ध अवस्था में पड़ा हुआ है। सूचना की तशदीक कर मौके पर शून्य पर मर्ग कायम कर जांच में लिया। मौके की कार्रवाई के दौरान अज्ञात मृतक पुरूष की शिनाख्ती अकील उर्फ रज्जू पिता अमीन खान उम्र 45 साल निवासी नौगजा के रूप में हुई। मर्ग जांच के दौरान मृतक की मां सुलेखा बी, भाई राजा, शाहीद के कथन लिए गए। जिन्होंने अकील उर्फ रज्जू की मौत में उसकी पत्नी शाहिदा का हाथ होने की आशंका जाहिर की। मृतक की पत्नी शाहिदा और मृतक अकील उर्फ रज्जू के मोबाइल नंबरों साइबर सेल से प्राप्त किया गया। जिसमें मोबाइल नंबरों के आधार पर अन्य मिले नंबरों की खोजबीन करने में प्रभारी निरीक्षक थाना यातायात देवेंद्र चंद्रवंशी से प्राप्त निर्देशों के आधार पर मृतक की पत्नी शाहिदाउ खान से पूछताछ करने पर उसने बताया कि मेरा पति मेरे चाल चलन पर शंका करता था, छोटी छोटी बातों पर परेशान और बेईज्जत करता था, जिससे तंग आकर परेशान हो चुकी थी और अपने पति रज्जू को जान से मारने की ठान ली। 26 अगस्त को मैं और मेरा पति रज्जू भोपाल गए। मेरे पति ने अधिक शराब का नशा कर लिया था। तभी मैंने भोपाल के ट्रक ड्राइवर जाकिर खान जिसमें मैं पहले से जानती थी बुला लिया। हम दोनों आपस में सलाह मशविरा किया और मेरे पति को मारकर उसकी लाश को कहीं फेंक देंगे। उसके बाद मैं, मेरा पति अकील और जाकि तीनों जाकिर के डंफर एमपी 05 एफई 4077 से बैठकर होशंगाबाद आ गए। मेरा पति नशे में था, नशे की हालत में मैं और जाकिर ने मेरे दुपट्टे से मेरे पति का गला दबाया और होशंगाबाद के पास इटारसी बाबई वायपास रोड पर मेरे पति रज्जू को अंधेरे में ट्रक से नीचे पटकर दिया और उसके बाद जाकिर अपना डंपर दो बार आगे पीछे कर मेरे पति के उपर चढ़ा दिया जिससे उसकी मौत हो गई। उसके बाद जाकिर ने मुझे बाबई ले जाकर छोड़ दिया और डंपर सहित चला गया। एसडीओपी चौधरी ने बताया कि पुलिस कप्तान आशुतोष प्रताप सिंह के निर्देशन में प्रकरण में आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु टीम का गठन किया गया। उक्त टीम के प्रभारी चंद्रवंशी को नियुक्त किया गया। उनके सहयोग हेतु थाना प्रभारी देहात आरके पाठक, मीतू पाल, विशाल सिंह, अशोक कुमार, विरेंद्र,महेंद्र सिंह, वर्षा शुक्ला, को नियुक्त किया गया।