भोपाल। मध्यप्रदेश के पुलिस महानिदेशक ऋषि शुक्ला ने आज कहा कि मानसिक शक्ति के साथ ही शारीरिक शक्ति भी होना आवश्यक है। शुक्ला ने यहां पुलिस मुख्यालय की महिला अपराध शाखा द्वारा विभिन्न महाविद्यालयों के खेल प्रशिक्षकों को आत्मरक्षा के लिए आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में यह बात कही।
ट्रेनिंग ऑफ ट्रेनर्स- के इस 15 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन अवसर पर शुक्ला ने कहा कि मानिसक शक्ति के साथ साथ शारीरिक शक्ति की भी आवश्यकता होती है। इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम से संबंधित शिविरार्थी न केवल अपनी आत्मसुरक्षा कर सकेंगे, बल्कि उनका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा।
पुलिस महानिदेशक ने प्रतिभागियों से कहा कि इस काम को आप लोगों ने बहुत मेहनत से सीखा है और ज्यादा से ज्यादा छात्राओं को इसे सिखाया जाए ताकि वे भी सशक्त बनें शुक्ला ने कहा कि जल्द ही इसी तरह के एडवांस कोर्स भी शुरू किए जाएंगे। महिला अपराध शाखा की अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्रीमती अरूणा मोहनराव ने कार्यक्रम में बताया कि करीब साढ़े तीन साल से विभिन्न स्कूल- कालेजों में यह ट्रेनिंग कार्यक्रम चलाया जा रहा है।
श्रीमती राव ने कहा कि ट्रेनिंग ऑफ ट्रैनर्स के आयोजन से ज्यादा से ज्यादा छात्राएं आत्मसुरक्षा के गुर सीख पाएंगी। इस ट्रेनिंग कार्यक्रम में विभिन्न शिक्षण संस्थानों और यातायात पुलिस के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इन सभी को पुलिस विभाग के प्रशिक्षित प्रशिक्षकों द्वारा पुलिस जिम्नेजियम ,लाल परेड ग्राउण्ड में यह ट्रेनिंग दी गई।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेने वालों को प्रशिक्षण दिया गया ताकि वे लगातार अपने संस्थानों के छात्र- छात्राओं को प्रशिक्षण दें सकें। पूर्व में भी पुलिस विभाग द्वारा छात्राओं के आत्मरक्षा के लिए प्रशिक्षण प्रदान किया गया था। समापन कार्यक्रम विशेष पुलिस महानिदेशक महान भारत सागर, अतिरिक्त महानिदेशक राजीव टण्डन और सुधीर शाही भी मौजूद थे।