भोपाल ! मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है, कि नर्मदा नदी से अवैध रेत उत्खनन नहीं होने दिया जायेगा। इसके लिये कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे, इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जो वैध खनन किया जा रहा है उसके रास्ते बंद नहीं होना चाहिये। इसके लिये विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही कोई निर्णय लिया जायेगा। श्री चौहान ने राज्य विधानसभा में 11 दिसम्बर से अमरकंटक से शुरू हो रही नर्मदा सेवा यात्रा के बारे में वक्तव्य देते हुए यह बात कही। उन्होंने विपक्ष सहित आम जनों से इस यात्रा में सहयोग की अपील की।
इस यात्रा को अनूठी बताते हुए श्री चौहान ने कहा कि नर्मदा मध्यप्रदेश की जीवन-रेखा है। समृद्धि का आधार है। करोड़ों लोग इसे माँ मानते हैं। यह जल के रूप में जीवन देती है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में जंगल कटने से नर्मदा की धारा प्रभावित हुई है।
संरक्षण के लिए जरूरी है उत्खनन पर रोक: कांग्रेस
मुख्यमंत्री के वक्तव्य के दौरान कांग्रेस विधायक तरुण भनोट ने यह मांग की, कि नर्मदा के संरक्षण के लिए जरूरी है, कि इसके किनारे रेत के उत्खनन पर रोक लगे। प्रभारी नेता प्रतिपक्ष बाला बच्चन ने भी उनकी मांग का समर्थन करते हुए कहा, कि सरकार को यह सुनिश्चत करना चाहिए कि इस यात्रा को किसी तरह का राजनैतिक रंग न दिया जाए। नर्मदा के संरक्षण के लिए सभी तरह के उत्खनन पर रोक लगनी चाहिए, वहीं मुख्यमंत्री ने कहा, कि इस सरकार की मंशा है, कि इस महाभियान में सभी की भागीदारी हो इसीलिए उन्होंने यह जरूरी समझा, कि वे इस मुद्दे को सदन में वक्तव्य दें ताकि सभी जनप्रतिनिधि भी इसका समर्थन करें। उन्होंने कांग्रेस सदस्यों के सुझावों के बीच जोर देकर कहा, कि कुछ तो ऐसे मुद्दे होने चाहिए जिन पर सभी एक साथ मिलकर काम करें।