ग्वालियर। आईटी के बढे प्रयोग को युवकों ने नए नोटों पर कर दिया। युवकों ने अच्छी क्वालिटी के कलर प्रिंटर से 500 का नया नोट तैयार किया और बाजार में चलाने पहुंच गए। इस नकली नोट को एक पान वाले ने पहचान लिया और युवक को बातों में उलझाकर पुलिस बुला ली। पुलिस के आते ही उसने नकली नोट बनाने का पूरा राज उगल दिया और उसके पास से 500 व 100 रुपए के नोट कई नोट बरामद हुए हैं। पुलिस ने दो लोगों को पकडक़र जांच शुरू कर दी है।
हजीरा इलाके में आशुतोष नाम का युवक 500 रुपए का नया नोट लेकर पान की दुकान पर सिगरेट खरीदने पहुंचा। दुकानदार ने नोट देखा और उसे पहली ही नजर उसे नोट नकली नजर आया। दुकानदार ने बातों में आशुतोष को बातों में उलझाकर पुलिस को बुला लिया। पुलिस को देखकर आशुतोष ने भागना चाहा लेकिन वह पकड़ गया। पूछताछ में आशुतोष अनजान बन गया और बोला कि उसे यह नोट किसी ने दिया है। जब पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसके दोस्त पवन ने यह नोट दिया है। इसके बाद पुलिस पवन को उठाकर थाने ले आई। पवन और आशुतोष के पास से 500 व 100 रुपए के दस-दस नोट बरामद हुए हैं। ये सभी नोट नकली हैं। आशुतोष ने बताया कि उसके गांव मऊ जमाहर के जैकी ने कंप्यूटर और कलर प्रिंटर की मदद से बनाए हैं। पुलिस ने जैकी की तलाश की लेकिन वह फरार हो गया । पुलिस ने बताया कि नकली नोट आशुतोष और पवन लेकर आए वे असली जैसे हैं लेकिन जहां अंकों में 500 लिखा हुआ है, वहां का रंग हल्का है और दुकानदार ने यही पहचान कर ली। इसी प्रकार 100 के नोट भी कलर का अंतर है और मजे की बात तो यह है कि 500 व 100 के नकली नोटों के नंबर एक ही हैं। इस बारे में ग्वालियर एसपी डॉ. आशीष कुमार ने बताया कि दोनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है और जैकी की भी तलाश की जा रही है।