इंदौर ! इंदौर जिला प्रशासन ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए करीब सौ बाल मजदूरों को चमड़ा फैक्ट्री से छुड़वाया हैं। इनमें से अधिकतर बच्चे बिहार से मजदूरी करने के लिए लाए गए थे। वहीं कुछ पश्चिम बंगाल के भी है। इन सभी नाबालिग बच्चों से 20-25 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से मजदूरी करवाई जा रही थी। प्रशासन को सूचना मिली थी कि मोती तबेला क्षेत्र में एक चमड़ा फैक्ट्री संचालित की जाती हैं, जहां बिहार से लाए गए बच्चों से काम कराया जाता हैं। वही बड़ों के लिए भी काम करने की परिस्थिति ठीक नही हैं, लिहाजा इंदौर में जिला कलेक्टर ने कार्रवाई के निर्देश दिए और शुक्रवार सुबह एसडीएम शालिनी श्रीवास्तव के नेतृत्व में जेएमबी रेस्टोरेंट के समीप संचालित की जा रही चमड़ा फैक्ट्री में छापा मारा गया। यहां प्रशासन की टीम ने मजदूरों को विपरीत परिस्थितियों में कार्य करते पाया जिनमें अधिकतर बच्चे पाए गए, यही नही न्यूनतम मजदूरी के मामले में नियमों का पालन भी नही किया जा रहा था। कार्रवाई के दौरान सभी श्रमिकों को पंजीबद्ध किया गया। वही नाबालिगों की उम्र की जांच की जा रही हैं। इस मामले में नियमानुसार फैक्ट्री मालिक पर भी प्रकरण दर्ज किया जाएगा।