उज्जैन। मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कुछ समय पहले एक दर्जन के करीब आईएएस अधिकारियों के तबादले किए थे। इसमें कई महत्वपूर्ण जिलों के कलेक्टर शामिल थे। इस लिस्ट में ग्वालियर और उज्जैन के भी कलेक्टर बदल गए थे। उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह को प्रबंध संचालक मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम भोपाल बनाया गया है। आशीष सिंह ने उज्जैन कलेक्टर रहते कई कार्यों में विशेष योगदान और अपने प्रशासनिक कौशल का परिचय देते हुए संपन्न करवाए।
चुनौतियों से शुरु हुआ सफर, सुखद अनुभव में बदला
उज्जैन कलेक्टर के तौर पर आशीष सिंह ने 33 महीने तक जिले की कमान संभाली। कोविड के शुरुआती दौर में देश की सर्वाधिक मृत्यु दर की चुनौती के साथ उज्जैन में शुरु हुआ आशीष सिंह का सफर काफी चुनौतीभरा था। उसी समय महाकाल परिसर का प्रोजेक्ट का 78 करोड़ का काम बस शुरु ही हुआ था। आशीष सिंह ने प्रोजेक्ट की संभावना को पहचानकर जुलाई 2020 में कार्य को नए तरीक़े से रिडिज़ाइन किया और स्मार्ट सिटी के शेष बचे पूरे फंड का उपयोग कर 47 हेक्टेयर पर 1100 करोड़ के महाकाल लोक के वर्तमान स्वरूप की प्लानिंग सीएम शिवराज के गाइडलाइन में टीम के द्वारा की गई।
सराहनीय कार्यों के लिए जाने जाएंगे आशीष
एक तरफ कोरोना और दूसरी तरफ महाकाल कॉरिडोर जैसा बड़ा प्रोजेक्ट लेकिन आशीष सिंह ने अपने प्रशासनिक अनुभव के बूते दोनों ही कामों को बखूबी संभालते हुए इसके शहर में एक तरफ कोरोना से निपटने के लिए पुख्ता इंतजाम और दूसरी तरफ महाकाल कॉरिडोर प्रोजेक्ट के पहले चरण के लोकार्पण को भी पूर्ण करवाया। महाकालर लोक का निर्माण और मात्र 1 साल में रुद्रसागर का पुनरुद्धार कर उसे बारहमासी बनाना वाकई आशी सिंह की एक बड़ी उपलब्धि मानी जाएगी। इसके पहले भी इंदौर में रहते हुअ आशीष सिंह ने देवगुराड़िया के 13 लाख टन कचरे के पहाड़ का निपटान और 56 दुकान निर्माण और महाकाल लोक का निर्माण पूरे देश में स्मार्ट सिटी मिशन के सर्वाधिक प्रभावशाली परियोजनाओं में गिने जा सकते हैं। और इन कार्यों की बारीकी से निगरानी औऱ बेहतर कार्य के लिए आशीष सिंह का योगदान बतौर प्रशासनिक अधिकारी सराहनीय रहा।