ग्वालियर . होली वसंत ऋतु में मनाया जाने वाला भारतीयों का महत्वपूर्ण त्योहार है. इस बार रंगों की होली का यह त्योहार 8 मार्च बुधवार को मनाया जाएगा. होली त्योहार के लिए शहर के बाजार भी सज गए हैं और यहां पिचकारी, रंग-अबीर और गुलाल दिखने लगा है. होली के इस त्योहार पर भारतीय माल की मांग बहुत बढ़ गई है, चायना का माल तो बाजार में आना ही बंद हो गया है. वहीं पेट्रोल-डीजल और कच्चे माल के महंगा होने के कारण पिचकारी के दाम पिछले वर्ष से पांच प्रतिशत अधिक हैं.
होली का त्योहार बड़ों के साथ बच्चों को भी बहुत पसंद होता है. बच्चे इसे मस्ती और उल्लास के साथ मनाते हैं. बच्चों की इसी भावना का ध्यान रखते हुए बाजार में बच्चों के लिए एक से बढ़कर एक आकर्षक पिचकारियां आई हुई हैं. जिसमें मोटू-पतलू, मिक्की माउस, डोरीमोन, पाण्डा, हल्क, स्पाइडर मेन, रेबिट, बार्बी, पाइप आदि शामिल हैं. इसी के साथ बच्चों के एक स्कूल बस के नाम से पिचकारी आई हुई है जो देखते ही बनती है. वहीं बड़ों के लिए बाजार में हर्बल रंग उपलब्ध हैं जो त्वचा को बहुत कम नुकसान पहुंचाते हैं. बाजार में पिचकारियों की कीमत 10 से लेकर 500 रुपये तक है.