नई दिल्ली। वर्ष के अंत में होने वाले तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव में भाजपा गुजरात और हिमाचल जैसी गलती नहीं दोहराएगी। कई विधायकों के टिकट काटे जाने के कारण पार्टी को बगावत का सामना करना पड़ा था, जिससे दोनों ही राज्यों में बड़ा नुकसान हुआ था। कर्नाटक, मप्र सहित जिन राज्यों में चुनाव होना हैं, उन राज्यों में भाजपा नए फार्मूले के साथ चुनाव मैदान में उतरेगी।

गुजरात फार्मूले की तरह वर्ष के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने कई विधायकों के टिकट काटने की बात कही थी, लेकिन अब पार्टी में विद्रोह और बगावत को रोकने के लिए अब पार्टी उस क्षेत्र के दमदार और जनाधार वाले नेता को टिकट देगी। चाहे वह फिर किसी भी दल से आकर पार्टी में शामिल हुआ हो, साथ ही कर्नाटक में भाजपा दिग्गज नेताओं के रिश्तेदारों को टिकट देने से परहेज नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि यहां के राजनीतिक हालात कुछ अलग हैं। अगर दिग्गज नेताओं के रिश्तेदारों को टिकट नहीं मिला तो वे पार्टी छोड़ सकते हैं या बागी हो सकते हैं। गौरतलब है कि गुजरात में भाजपा के 42 और हिमाचल में 11 मौजूदा विधायकों के टिकट काटे थे, जिसके चलते पार्टी में बड़े पैमाने पर बगावत शुरू हो गई थी।