22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 27 पर्यटकों की मौत हो गई थी। जिसके बाद से ही भारत सरकार ने पाकिस्तान के ऊपर कई कार्रवाई किए। इसी कार्रवाई के तहत भारत में रहने वाले पाकिस्तानियों को कहा गया की वह जल्द से जल्द भारत को खाली कर दें। भारत सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करने का फैसला लिया है और उन्हें 29 अप्रैल तक देश छोड़ने का आदेश दिया है। इस कड़ी कार्रवाई में सीआरपीएफ के एक जवान की पाकिस्तानी पत्नी को भी भारत छोड़ने का आदेश दिया गया है। दरअसल, दोनों ने साल 2024 में ऑनलाइन शादी की थी। वहीं आज यानी बुधवार को उसे पाकिस्तान भेज दिया गया है। आइए जानते है इस खबर को विस्तार से…

CRPF जवान की पत्नी को भेजा गया पाकिस्तान

आपको बता दें कि भारत सरकार के फैसले के बाद, सीआरपीएफ के जवान मुनीर खान की पाकिस्तानी पत्नी मिनल खान को जम्मू से वापस पाकिस्तान भेज दिया गया। मुनीर खान घरोटा का रहने वाला है और मिनल खान पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के गुजरांवाला जिले की निवासी हैं। दोनों ने ऑनलाइन शादी की थी, और अब सरकार के आदेश के बाद मिनल खान को वाघा बॉर्डर की तरफ भेज दिया गया है। मिनल खान ने अपने बयान में कहा कि उन्हें अपने परिवार के साथ रहने की अनुमति मिलनी चाहिए थी, हालांकि उन्होंने पहलगाम हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि हमले में निर्दोष लोगों की हत्या की गई, और आतंकवादियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए।

मिनल और मुनीर की अनोखी शादी

दरअसल, पूरा मामला यह है कि मुनीर खान और मिनल खान की शादी एक अनोखी लव स्टोरी थी। इन दोनों ने ऑनलाइन वीडियो कॉल के जरिए शादी की थी। शादी की वजह यह थी कि वे वीजा प्राप्त करने में असमर्थ थे, इसीलिए उन्होंने एक वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए 24 मई, 2024 को विवाह किया था। यह शादी न भारत में हुई थी और न पाकिस्तान में, बल्कि एक ऑनलाइन समारोह के माध्यम से दोनों ने अपना जीवनसाथी चुना।

पहलगाम हमले का विवरण

बता दें कि 22 अप्रैल, 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों ने 27 पर्यटकों पर हमला कर दिया था। ये पर्यटक घाटी में घूम रहे थे जब आतंकवादियों ने उन पर गोलियां बरसाईं। आतंकवादी इस हमले में निर्दोष लोगों को निशाना बना रहे थे और किसी की भी अपील को नहीं सुना। इस हमले के बाद भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी मुहिम को तेज कर दिया है और कड़े कदम उठाए हैं।

भारत द्वारा उठाए गए सख्त कदम

वीजा रद्दीकरण: भारत ने पाकिस्तान से आने वाले सभी नागरिकों के वीजा रद्द कर दिए हैं, सिवाय कुछ विशेष कैटेगरी के वीजा के। पाकिस्तान के नागरिकों को 29 अप्रैल तक भारत छोड़ने का आदेश दिया गया है।

सिंधु जल संधि स्थगन: इसके अलावा, भारत ने सिंधु जल संधि को भी स्थगित कर दिया है, जो पाकिस्तान के साथ जल बंटवारे से संबंधित एक महत्वपूर्ण समझौता है।

पाकिस्तान पर कड़ा संदेश

भारत का यह कदम पाकिस्तान को कड़ा संदेश देने के लिए था कि आतंकवाद को सहन नहीं किया जाएगा और पाकिस्तान के साथ सुरक्षा और विवाद के मामलों में कोई समझौता नहीं होगा। भारत ने साफ किया है कि पाकिस्तान को आतंकवादियों को पनाह देने और उन्हें भारतीय जमीन पर हमला करने का मौका नहीं दिया जाएगा।

पहलगाम हमला एक जघन्य अपराध

पहलगाम हमला एक जघन्य अपराध था, और भारत ने इसके बाद पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। भारतीय सरकार का संदेश स्पष्ट है कि आतंकवाद के खिलाफ कोई भी समझौता नहीं किया जाएगा और ऐसे हमलों को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस फैसले ने भारतीय और पाकिस्तानी रिश्तों में और भी तनाव बढ़ा दिया है, और आने वाले समय में इस दिशा में और भी सख्त कदम उठाए जा सकते हैं।