सीधी। मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने बुधवार को आरोप लगाया कि सीधी जिलाधिकारी कार्यालय में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के काफिले के प्रवेश के दौरान पुलिस ने एक एंबुलेंस को रोक दिया. वहीं पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एंबुलेंस को वास्तव में ‘‘एक मिनट से भी कम समय” के लिए रोका गया और पहले ही इस बात की पुष्टि कर ली गई कि इसमें कोई मरीज नहीं था तथा एंबुलेंस किसी भी आपात स्थिति के लिए नहीं जा रही थी.

नामांकन पत्र दाखिल करवाने गए थे सीएम

सीएम मोहन यादव, लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए सीधी से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) उम्मीदवार राजेश मिश्रा के साथ जिलाधिकारी कार्यालय गये थे.सीधी से कांग्रेस प्रत्याशी कमलेश्वर पटेल ने अपने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक वीडियो पोस्ट कर कहा कि मुख्यमंत्री ने एंबुलेंस के लिए काफिला रोकना उचित नहीं समझा.वीडियो में दिखाई दे रहा है कि मुख्यमंत्री का काफिला गुजरने के दौरान पुलिस एंबुलेंस को रोके हुए है. कांग्रेस की प्रदेश इकाई ने भी ‘एक्स’ पर वीडियो साझा किया और इसे ‘‘मानवता के लिए शर्मनाक घटना” बताया.

एंबुलेंस में कोई मरीज नहीं था: SP

इस बारे में संपर्क करने पर सीधी के पुलिस अधीक्षक रवींद्र वर्मा ने कहा कि एंबुलेंस में कोई मरीज नहीं था. SP ने कहा ‘‘ एंबुलेंस किसी चिकित्सीय आपात स्थिति के लिए नहीं जा रही थी. हमने यह स्पष्ट कर दिया है. अगर एंबुलेंस में कोई मरीज होता तो कोई भी उसे नहीं रोकता. वाहन को एक मिनट से भी कम समय के लिए रोका गया था.”मध्य प्रदेश में पहले चरण के तहत सीधी समेत 6 लोकसभा सीटों पर मतदान 19 अप्रैल को होगा.