सागर। मध्यप्रदेश में बीजेपी की सरकार में बीजेपी के ही विधायको की नही सुनी जा रही है। विधायक अफसरों को दंडवत करने से लेकर थानो तक में धरने देना पड़ रहे है। यहा तक कि इस्तीफा की तक नौबत आ गई है। 

सागर जिले के देवरी से बीजेपी विधायक बृज बिहारी पटेरिया ने अपना इस्तीफा ले लिया है। विधायक एक डॉक्टर के खिलाफ रिश्वत मांगने को लेकर थाने में एफआईआर दर्ज कराने गए थे।  थाने में एफआईआर नही लिखे जाने पर उन्होंने अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष को भेज दिया और धरने पर बैठ गए। देर रात चले  डाकतर के खिलाफ मामला दर्ज होने पर विधायक ने अपना इस्तीफा वापिस लिया। इस मामले ने राजनेतिक तूल पकड़ लिया है।  पूर्व मंत्री और वरिष्ठ बीजेपी विधायक गोपाल भार्गव ने दुख जताया है और कहा कि इसी कार्यप्रणाली बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

क्या था मामला

दरअसल देवरी क्षेत्र के केसली थाना क्षेत्र के ग्राम मेडकी में सांप के काटने से एक व्यक्ति की मौत हो जाने के बाद मृतक के परिजन मृतक व्यक्ति को और काटने वाले सांप को लेकर अस्पताल पहुंचे । जहां डॉक्टर ने रिपोर्ट में सांप के काटने से मौत लिखने के एवज में  40 हजार रुपया की मांग की । जिसके साक्ष्य होने के बाद भी केसली पुलिस थाने में डॉक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं की गई।  जब यह जानकारी क्षेत्रीय विधायक पंडित बृज बिहारी पटेरिया को लगी तो वह एफ आई आर दर्ज कराने के लिए केसली थाने पहुंचे। लेकिन एफ आई आर दर्ज नहीं की गई। जबकि डॉक्टर के खिलाफ सारे प्रमाण मौजूद हैं।

नाराज विधायक ने भेजा इस्तीफा,बैठ गए धरने पर

इससे  व्यथित विधायक बृज बिहारी पटेरिया ने अपने लेटर पैड पर इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष के नाम लिख दिया और सोसल मीडिया पर पोस्ट कर दिया ।केसली पुलिस थाने में धरने पर बैठ गए जहां पंडित बृज बिहारी पटेरिया ने बताया कि सत्ता पक्ष के विधायक होने के बाद भी अगर संबंधित डॉक्टर के खिलाफ प्रमाण होने के बाद भी एफआईआर दर्ज नहीं की जाती है तो इससे शर्मनाक बात क्या हो सकती है जब तक डॉक्टर दीपक दुबे के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं होती है। जब तक धरने पर बैठे रहेंगे उन्होंने बताया कि ऐसी जानकारी लग रही है कि शायद डॉक्टर की पत्नी भी पुलिस में है इसलिए पुलिस मामला दर्ज करने से बच रही है।

उधर केसली पुलिस ने डा दीपक दुबे के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया।इसके बाद एमएलए बृज बिहारी पटेरिया ने इस्तीफा वापिस ले लिया। उन्होंने कहा कि आक्रोश में लिया गया वह कदम था। एफआईआर दर्ज हो गई है।अब इस्तीफ़े का कोई विषय नहीं है ।संगठन और सरकार मेरे साथ है,मुख्यमंत्री जी के आदेश का मैं पालन करूँगा।