कोटा । राजस्थान के कोटा से एक दुखद खबर सामने आई है. नीट की तैयारी कर रहे एक कोचिंग छात्र ने फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया. मृतक सुमित (20) हरियाणा का निवासी था. वह कुन्हाड़ी लैंडमार्क सिटी स्थित हॉस्टल में रहकर मेडिकल की तैयारी कर रहा था. कोटा में इस साल की यह 9वीं घटना है. पिछले साल 2023 में 29 बच्चों ने सुसाइड किया था. 5 मई को उसका नीट का एग्जाम था।

सुसाइड के कारणों का पता नहीं लग पाया है
वह पिछले 1 साल से कोटा में उत्तम रेजिडेंसी, 03.डी.09 हाऊसिंग बोर्ड कॉलोनी कुन्हाड़ी में रहकर नीजी कोचिंग से नीट की तैयारी कर रहा था. उसने अपने हॉस्टल के रूम नंबर 108 के अंदर पंखे में फांसी का फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया. सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और छात्र के परिजनों को मोबाइल पर सूचना दी. मृतक छात्र के शव को फंदे से नीचे उतार कर एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया. छात्र के परिजनों के आने के बाद शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा. फिलहाल छात्र के सुसाइड के कारणों का पता नहीं लग पाया है. परिजन आने पर आगे की जांच करवाई की जाएगी।

फोन नहीं उठाने पर हुआ शक
छात्र सुमित रविवार शाम तक कमरे से बाहर नहीं आया था. घर वाले भी उसको लगातार फोन कर रहे थे. घरवालों के कई बार फोन करने के बाद जब सुमित ने फोन नहीं उठाया तो घरवालों का दिल घबरा गया और फिर घर वालों ने हॉस्टल वार्डन को जानकारी दी. वार्डन ने जाकर दरवाजा खटखटाया तो उसने दरवाजा नहीं खोला. दूसरी तरफ घरवालों के ताबड़तोड़ फोन आ रहे थे, उसके बाद पुलिस को सूचना दी गई. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दरवाजा तोड़कर देखा तो सुमित फंदे पर लटका हुआ था।

हॉस्टल संचालक पर सवाल
सुमित के परिजन अब हॉस्टल संचालक पर सवाल खड़े कर रहे हैं. उनका कहना है कि अगर हॉस्टल में एंटी हैंगिंग डिवाइस होता तो शायद उसका मन बदल जाता‌. सुमित कमरे में जिस रस्सी से लटका था वह मोटी साइज की थी और उस रस्सी से सुमित ने बिल्कुल हूबहू इस तरह से फंदा बनाया जैसे असली का बनाया जाता है. हर कोई उसको देखकर चौंक जाएगा कि वह शायद पहले से यह प्लानिंग कर रहा था कि उसे सुसाइड जैसा कदम उठाना है. क्योंकि वीडियो, फोटो से ऐसा ही मालूम पड़ रहा है।

सुमित रविवार दोपहर में खाना खाने के बाद कमरे में चला गया. उसके बाद नजर नही आया. इधर परिजन कॉल कर रहे थे, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. उन्होंने हॉस्टल वार्डन को जानकारी दी, वार्डन ने कमरे का दरवाजा खटखटाया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला, जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।

हॉस्टल संचालक की बड़ी लापरवाही आई सामने
इस घटना में हॉस्टल संचालक की बड़ी लापरवाही सामने आई है. प्रशासन की गाइड लाइनों की पूरी तरह से नजरअंदाज किया गया. हॉस्टल में ना पंखे में एंटी हैंगिंग डिवाइस था ना ही बच्चे के बाहर आने जाने की अटेंडेंस. सीसीटीवी कैमरे लगे हुए थे पर एक भी कैमरा चालू नहीं था. इतना ही नहीं हॉस्टल संचालक को प्रशासन का जरा भी भय नहीं था।

डीएसपी राजेश सोनी ने बताया कि रात को करीब साढ़े 9 बजे पुलिस को सूचना मिली. सुमित ड्रॉप आउट था, उसने पहले भी नीट का एग्जाम दिया था. 5 मई को उसके नीट का एग्जाम था।

मृतक छात्र के दादा रामकुमार पांचाल ने बताया कि घटना वाले दिन सुबह व दिन में स्टाफ (कुक) से बात हुई थी, उन्होंने ठीक-ठाक बताया. मुझे नहीं लगता यह सुसाइड केस है, इसकी SIT गठित कर जांच करवानी चाहिए।

मृतक छात्र सुमित के पिता विजयपाल ने बताया कि सुमित को कोई परेशानी नहीं थी. चार-पांच दिन पहले भी बात हुई थी, बिल्कुल खुश था, कोई प्रेशर नहीं था, हर बार मैं उसको कहता था कि कोई टेंशन नहीं लेना, नंबर आएंगे जितने आ जाएंगे, लेकिन टेंशन नहीं लेना।

परिजन नहीं मान रहे सुसाइड
मृतक छात्र सुमित के चाचा सुरेंद्र ने बताया सुमित की बॉडी को देखकर नहीं लगता है कि उसने सुसाइड किया है, इसके हाथ, बाजू तक लाल है, रस्सी से 1 इंच गर्दन कट गया है. उससे लगता नहीं कि यह सुसाइड है. स्टूल से डेढ़ से दो फीट हाइट से गिरने से इतना गर्दन नहीं कट सकती. हमारी मांग है कि इसकी जांच के लिए प्रशासन SIT गठित करे।

पुलिस कह रही है कि हमने गेट तोड़कर शव को नीचे उतरा और हॉस्टल वार्डन कह रहा है कि पुलिस के आने से पहले मैंने गेट खोलकर देखा था।