नई दिल्ली। एक्टर्स को अक्सर किसी न किसी ऐसी बात का सामना करना पड़ता है जो उनके लिए मुसीबत का सबब बन जाती है। ऐसा ही कुछ कन्नड़ एक्ट्रेस हर्षिका पूनच्चा के साथ हुआ। बेंगलुरु में एक्ट्रेस और उनकी फैमिली को वहां के लोगों ने छोटी सी बात पर परेशान किया। एक्ट्रेस ने अपने साथ हुए भयानक इंसीडेंट का वीडियो शेयर किया है. एक्टर्स के साथ किसी गलतफहमी या बिलीफ की वजह से कोई दुर्घटना होने की जानकारी कई बार सामने आ चुकी है। कभी वह डीपफेक वीडियो का शिकार होते हैं, तो कभी उनके साथ कोई घटना हो जाती है। ऐसा ही कुछ कन्नड़ फिल्म एक्ट्रेस हर्षिका पूनच्चा के साथ हुआ।

हर्षिका ने सोशल मीडिया पर दावा किया है कि उन्हें और उनके पति के साथ बेंगलुरु में कितना गलत व्यवहार किया गया। उन्हें लूटने की भी कोशिश की गई। एक्ट्रेस ने घटना का वीडियो शेयर करते हुए दिखाया है कि कैसे उनके पति और उनसे वहां के लोगों ने लड़ाई की।

कन्नड़ एक्ट्रेस की फैमिली पर हुआ हमला
हर्षिका पूनच्चा ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “हम अपने बेंगलुरु में स्थानीय लोग कितने सुरक्षित हैं? क्या हम पाकिस्तान या अफगानिस्तान में रह रहे हैं?” एक्ट्रेस के मुताबिक कुछ दिन पहले वह अपने पति और परिवार के साथ बेंगलुरु के पॉश फ्रेजर टाउन के पास करामा रेस्तरां में डिनर करने के लिए निकली थीं। जैसे ही वे अपनी कार में बैठे, पुरुषों का एक ग्रुप उनके पास आया और उन पर चिल्लाने लगा।

‘पति को मारने की कोशिश की’
एक्ट्रेस ने लिखा, ”मेरे पति ने उन्हें जाने के लिए कहा क्योंकि वे एक ऐसी घटना के बारे में बात कर रहे थे जो हुई नहीं थी हो सकती थी और इसका कोई मतलब नहीं था। हमने वाहन को थोड़ा आगे बढ़ाया और तब तक इन दोनों लोगों ने हमें अपनी भाषा में गाली देना शुरू कर दिया और यहां तक कि मेरे पति को मारने की भी कोशिश की और कहा, इन स्थानीय कन्नडिगाओं को सबक सिखाया जाना चाहिए। मेरे पति बहुत आराम से मामला हैंडल कर रहे थे और उन्होंने ज्यादा रिएक्ट नहीं किया।”
सोने की चेन भी छीनेन की कोशिश की
एक्ट्रेस ने पोस्ट में ये भी बताया है कि कुछ ही मिनट में 30 और लोग इकट्ठा हो गए। उन्होंने उनके पति की सोने की चेन छीनने की कोशिश की। जब पति ने विरोध किया, तो चेन तोड़ दी। इतना ही नहीं, उन्होंने फिजिकली एब्यूज भी किया और कुछ ऐसी बातें करने लगे, जैसे की वह पहले से प्लान कर आए हों। एक्ट्रेस ने बताया कि जैसे ही उन्होंने इंस्पेक्टर को फोन किया जिसे वह इलाके से जानती थी और वे लोग एक सेकंड में तितर-बितर हो गए जैसे कि कुछ हुआ ही नहीं था। हर्षिका ने दावा किया कि उन्हें और उनके परिवार को स्थानीय पुलिस से कोई मदद नहीं मिली।