ग्वालियर। ईओडब्ल्यू पुलिस ग्वालियर ने आज एक सहायक शिक्षक प्रशांत सिंह परमार के यहां छापा मारकर लगभग सवा दो करोड की अवैध रूप से एकत्र की संपत्ति का खुलासा किया है।

ईओडब्ल्यू पुलिस ने आरोपी सहायक शिक्षक प्रशांत सिंह परमार के चार स्थानों पर छापा मारा जहां पर उनके स्कूल कालेजों के ऑफिस , मेरिज गार्डन आदि का पता चला है।

ईओडब्ल्यू एसपी बिटटू सहगल ने बताया कि सहायक शिक्षक प्रशांत सिंह परमार जो वर्तमान में महाराजपुरा में सहायक शिक्षक है वर्ष २००६ में संविदा शिक्षक के रूप मं भर्ती हुआ था। इस प्रकार से उसकी कुल आय लगभग २० लाख रूपये होना चाहिये थी। ईओडब्ल्यू पुलिस ने सहायक शिक्षक के विरूद्ध मिली शिकायतों के बाद जानकारी एकत्र की तो उसमें अकूत रूप से संपत्ति एकत्र करने का पता चला।

सहायक शिक्षक का सिटी सेंटर के सत्यम रेजीडेंसी अपार्टमेंट में फ्लैट व कार्यालय है। वहीं नूराबाद के बरौआ गांव में उसका ब्राइट के नाम से नर्सिग, बीएड कालेज के साथ ही परमार इंस्टीटयूट ऑफ प्रोफेसनल स्टडीज के नाम से भी कालेज की जानकारी मिली है। वहीं उसके बेटे प्रखर के नाम से प्रखर अस्पताल एवं रिसर्च सेंटर भी मिला है। इसके अलावा एक स्कूल ब्राइट पब्लिक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की जानकारी भी मिली है। इसके अलावा कोटेश्वर पर दो मेरिज गार्डन निर्मल वाटिका और परमार प्ैलेस की जानकारी भी मिली ळै। उन्होंने बताया कि अभी तक लगभग सवा दो करोड की संपत्तियों की रजिस्ट्री प्रशांत के साथ ही उसकी पत्नी और परिजनों के नाम से मिली है।

एसपी बिटटू सहगल ने बताया कि प्रशांत के यहां से पांच लाख रूपये नगद और २५ लाख की सोने चांदी के जेवरात भी मिले हैं। उन्होंने बताया कि आरोपी प्रशांत के यहां कार्रवाई अभी भी चल रही है। कार्रवई में डीएसपी सतीश चतुर्वेदी के मार्गदर्शन मं चल रही है।