टिकट बेचने आरोप में आम आदमी पार्टी विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी के साले और पीए समेत 3 लोगों को अरेस्ट किया है। यह पूरा मामला कमला नगर के वार्ड नम्बर 69 का है, जहां आप कार्यकर्ता शोभा खारी ने पार्टी से पार्षद के टिकट की मांग की थी। त्रिपाठी ने टिकट दिलाने के बदले 90 लाख रुपये की मांग की थी। इस मामले में शिकायतकर्ता शोभा ने बताया कि उसने 35 लाख रुपये अखिलेश पति त्रिपाठी और 20 लाख रुपये वजीरपुर विधायक राजेश गुप्ता को बतौर रिश्वत दिए थे व बाकी 35 लाख रुपये टिकट में नाम आने के बाद देने थे। इस मामले व इसके अलावा तमाम अहम मुद्दों पर भारतीय जनता पार्टी की प्रवक्ता नेहा शालिनी दुआ से वरिष्ठ पत्रकार योगेश कुमार सोनी बातचीत के मुख्य अंश…

निगम चुनाव से पहले हाल ही में टिकट की खरीद-फरोख्त पर आम आदमी पार्टी के विधायक के करीबियों को एसीबी ने गिरफ्तार है। इस मामले को आप कैसे देखती हैं ?

अपने आप को जबरदस्ती ईमानदार पार्टी बताने वाली आम आदमी पार्टी सबसे भ्रष्ट पार्टी है जिसकी घोटालों की सच्चाई हर रोज सामने आने लगी हैं। इनके विधायकों का सिर्फ यह काम है कि कैसे पार्टी में काला धन आए। आम आदमी के विधायक अखिलेशपति त्रिपाठी के साले और पीए समेत कई करीबी खुलेआम टिकट बेचते हुए पकडे गए और यह तो मात्र एक सीट का ही मामला है यदि इस प्रकरण की पूरी गंभीरता को समझा जाए तो सारी सीटों से कितना करोडों-अरबों रुपया आया होगा जो पकड़ा नही गया। यह लोग मात्र ढोंग करते हैं, मैं जनता से अपील करूंगा कि इस पार्टी को वोट देने से बचें।

इस बार निगम में कूडे पर भंयकर राजनीति हो रही है। इस पर क्या कहेंगी आप ?

केजरीवाल को दिल्ली के बारे में अब तक राजनीति का ज्ञान शून्य पर है। केजरीवाल जिस लैंडफिल साइट पर राजनीति कर रहे हैं तो उसकी जानकारी दे दी जाए कि गाजीपुर लैंडफिल साइट 1984 में शुरू हुई थी जहां कुछ साल पहले कूड़े के पहाड़ की ऊंचाई 65 मीटर पहुंच गई थी क्योंकि उस समय तक जनसंख्या उतनी नही थी लेकिन अब यहां 140 लाख टन कूड़े है चूंकि पहले से कूडे की मात्रा ने एक विकराल रुप ले रखा है इसके दो मुख्य कारण है और पहला तो पिछले दो दशको में जनसंख्या बहुत बढ़ चुकी है,दूसरा हर चीज के लिए पैकेजिंग बढ़ी है इसके अलावा दिल्ली में दो और कूड़े के पहाड़ हैं, ओखला लैंडफिल साइट और दूसरा भलस्वा लैंडफिल साइट। ये दोनों साइटें वर्ष 1996 में शुरू हुई थीं। पहले तो ये दोनों पहाड़ और भी ऊंचे थे, लेकिन प्रॉसेसिंग का काम तेज होने से इनकी ऊंचाई घटी है। इसके अलावा दिल्ली में कूडे को कहीं भी एकत्रित करने का उचित स्थान नही हैं।

हाल ही में राजस्थान के प्रभारी और एआईसीसी के महासचिव अजय माकन ने अपने पद से इस्तीफा दिया है। आपके अनुसार क्या चल रहा है कांग्रेस में ?

किसी पार्टी आंतरिक तौर पर क्या चल रहा है इस बात से हमें कोई लेना-देना नही हैं और वैसे भी कांग्रेस किसी भी कतार में नही हैं। दरअसल मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर 25 सितंबर से शुरू हुए बवंडर के बाद प्रभारी अजय माकन ने लिखित में शिकायत दी थी। एआईसीसी की अनुशासन समिति ने कैबिनेट मंत्री शांति कुमार धारीवाल, डॉ. महेश जोशी और धर्मेन्द्र राठौड़ को नोटिस थमाए थे। 10 दिन में जवाब पेश करने को कहा। तीनों नेताओं की ओर से नोटिस का जवाब दिए जाने के बावजूद भी कांग्रेस आलाकमान की ओर से अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई और इस बात से नाराज होकर माकन ने इस्तीफे दे दिया जिससे यह तय होता है कि कांग्रेस में बिखराव जारी है।

चुनाव को लेकर जनता के लिए कोई संदेश।

देश को बचाना है तो भाजपा को लाना होगा। इतिहास में कांग्रेस ने क्या किया यह सबने देखा और केजरीवाल एंड कंपनी भी उस ही तर्ज पर चल रही है। मुझे यह बात कहने में कोई दोराय नही हैं कि आम आदमी पार्टी एक हिंदू विरोधी पार्टी के रुप में स्थापित होती जा रही है जिससे हमें सतर्क रहना होगा। इसके अलावा इनके पास कोई विजन नही हैं यह देश के लिए खतरा है और दिल्ली वालों को फ्री का लॉलीपॉप देकर केवल मूर्ख बनाने का काम किया जा रहा है इसलिए भाजपा को पूर्ण बहुमत से विजयी बनाएं।