सागर : सागर शहर के चकराघाट स्थित श्री मल्ली माता मंदिर इस शारदीय नवरात्रि परंपरागत गरबे खेले जा रहे हैं । खेड़ावाल गुजराती ब्राह्मण समाज,18
वीं शताब्दी में गुजरात से आकर सागर में आ बसे थे ।  ये परिवार गुजरात से
अपने साथ लाए देवी उपासना के भाव भक्ति गरबे का निर्वहन कर रहे हैं । 

समाज के वरिष्ठ संरक्षक श्री अनिल भाई सेलट का कहना है कि सागर सहित मध्य प्रदेश और देश के अनेक हिस्सों में रहने वाले खेड़ावाल गुजराती ब्राह्मण समाज के परिवारों का शताब्दियों से प्रयास है कि देवी आराधना के गरबों को आधुनिकता की मिलावट से बचाए रखा जाए । इन में भाव भक्ति  की गरिमा प्रधानता से रखी जाए।