मुंबई। फिल्म निर्माता स्वप्ना पाटकर को क्लिनिकल फिजियोलॉजी में कथित तौर पर फर्जी पीएचडी डिग्री हासिल करने और यहां के एक अस्पताल में नौकरी पाने के लिए इसका इस्तेमाल करने के आरोप में धोखाधड़ी और जालसाजी के आरोप में मंगलवार को गिरफ्तार किया गया। एक पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी। पाटकर (39) को मराठी फिल्म ‘बालकाडु’ के निर्माण के लिए जाना जाता है, जो शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे की बायोपिक है, जो 2015 में रिलीज हुई थी।

  अधिकारी ने बताया कि उसके खिलाफ 26 मई को उपनगरीय मुंबई के बांद्रा थाना में आईपीसी की धारा 419 (भेष बदलकर धोखाधड़ी), 420 (धोखाधड़ी), 467 (जालसाजी) और 468 (धोखाधड़ी के मकसद से जालसाजी) के तहत प्राथमिकी दर्ज होने के बाद उसे गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि वह 2016 से बांद्रा (पश्चिम) में स्थित एक प्रमुख अस्पताल में नैदानिक मनोवैज्ञानिक के रूप में अभ्यास कर रही थीं।इस मामले में अधिकारी ने बताया कि 51 वर्षीय सामाजिक कार्यकर्ता गुरदीप कौर सिंह ने अप्रैल में एक सीलबंद लिफाफे में पाटकर की पीएचडी डिग्री से संबंधित दस्तावेजों का एक सेट एक गुमनाम स्रोत से प्राप्त करने के बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि दस्तावेजों के अनुसार, पाटकर का 2009 में छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर द्वारा जारी किया गया पीएचडी प्रमाणपत्र वास्तव में फर्जी था।  

इतना ही नहीं इस दौरान अधिकारी ने आगे बताया कि कथित फर्जी डिग्री का इस्तेमाल कर पाटकर अस्पताल में मानद सलाहकार के रूप में नियुक्ति पाने में सफल रहीं और मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं वाले लोगों का इलाज करती थीं। उन्होंने बताया कि 26 मई को सिंह ने पाटकर के खिलाफ शिकायत के साथ बांद्रा पुलिस से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि मामले में आगे की जांच चल रही है।

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