भिंड। यूरोप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एल्ब्रस पर चढ़ना किसी के लिए भी एक आकर्षक चुनौती है। इस चुनौती को भिंड के 30 वर्षीय प्रेमनारायण ने पूरा कर दिखाया है। चार दिन और तीन रात में उन्होंने चढ़ाई को पूरा किया। बतादें कि समुद्र तल से पर्वत की ऊंचाई 5642 मीटर है। चोटी पर माइनस 35 डिग्री सेल्सियस तापमान है।

प्रेमनारायण पुत्र रामबरन अटेर तहसील के कनेरा गांव में रहने वाले हैं। बचपन से ही प्रेमनारायण का झुकाव खेलकूद की तरफ रहा। वर्ष 2016 में उन्होंने विशाखापट्टनम में हुई नेशनल लांग जंप प्रतियोगिता में शामिल होकर सिल्वर मेडल जीता था। इसके बाद उन्हें माउंटेयरिंग कोर्स के बारे में पता चला।

वर्ष 2022 में उन्होंने उत्तरकाशी में स्थित नेहरू इंस्टीट्यूट आफ माउंटेन में प्रवेश लिया। 28 दिन का कोर्स करने के बाद उन्होंने अपना अभ्यास जारी रखा। इसके बाद प्रेमनारायण ने माउंटेन का एडवांस कोर्स दार्जिलिंग में बने इंस्टीटयूट से किया। वर्तमान में प्रेमनारायण यूरोप में हैं। गुरुवार को ही उन्होंने अपनी चढ़ाई पूरी की है।

अक्टूबर 2023 में प्रेमनारायण ने अफ्रिका के किलिमंजारो पर्वत पर चढ़ाई कर चुके हैं। इस पर्व की ऊंचाई समुद्र तल से 5895 मीटर है। प्रेमनारायण ने बताया कि उन्हें पर्वत पर चढ़ाई के लिए सात दिन समय मिला था, लेकिन उन्होंने तीन दिन में ही चढ़ाई पूरी कर ली थी।

बता दें कि समुद्र के निचले स्तर के आदी पर्वतारोहियों को अनुकूलन की आवश्यकता होती है। इस पथ को अपनाकर और विभिन्न ऊंचाई वाले क्षेत्रों से चढ़ते हुए, आप अपने शरीर को निम्न स्तर पर कम आक्सीजन की खपत के लिए तैयार करना होता है। माउंट एल्ब्रस के शीर्ष पर पहुंचना किसी भी अन्य कठिन काम के बराबर है। आपको फिटनेस पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता होती है।