भोपाल: शैक्षणिक संस्थाओं में करोड़ों रुपए की हेराफरी करने के आरोपी पूर्व बिशप पीसी सिंह के कारनामों की फेहरिस्त लंबी होती जा रही है. पीसी सिंह पर पीडब्लूडी (PWD) की जमीन कब्जाने का आरोप लगा है. अब यह मामला गरमा गया है. पीडब्लूडी विभाग ने इस मामले में क्राइस्ट चर्च स्कूल प्रबंधन को नोटिस जारी कर जमीन के दस्तावेज मंगाए हैं.

पीडब्लूडी विभाग ने क्राइस्ट चर्च स्कूल को जमीन का कुछ हिस्सा लीज पर दिया था. लीज समाप्त होने के बाद पीसी सिंह ने उस जमीन पर कब्जा कर वहां प्रिंसिपल रूम का निर्माण करवा दिया था. मामले का उजागर होने के बाद पीडब्लूडी विभाग द्वारा इस जमीन पर दावा ठोका जा रहा है. विभाग ने अपनी जमीन वापस लेने की तैयारी शुरू कर दी है. जबलपुर जिला प्रशासन ने युनाइटेड क्रिश्चियन मिशनरी सोसाइटी के भूमि पट्टे के नवीनीकरण के आवेदन को ठुकरा दिया है. अब यह भूखंड सरकारी भूमि के रूप में पंजीकृत किया जाएगा.

इससे पहले एक अन्य फर्जीवाड़े में पूर्व बिशप पीसी सिंह ने विजय नगर और सालीवाड़ा क्षेत्र में निजी जमीन खरीदी थी, उनके लिए पीसी सिंह ने बैंक से लोन लिया था. जांच में पता चला कि बैंक की किश्तें स्कूल के नाम पर आती थीं और स्कूल द्वारा ही बैंक की किश्तें भरी जा रहीं थी. साथ ही पीसी सिंह ने स्कूल के पास ही एक एटीएम बूथ खुलवा रखा था और उससे जो भी किराया आता था, वह स्कूल के खाते में ना जाकर बिशप खुद ही रख लेता था.

इस काम में बैंक कर्मी पूर्व बिशप की मदद किया करता था, जो चर्च का ही सदस्य था. बता दें कि पीसी सिंह के बंगले में पिछले दिनों ईओडब्लू की टीम ने छापेमारी की थी. इस दौरान ईओडब्लू ने एक करोड़ 60 लाख रुपए नगद और 2 किलो सोना समेत लग्जरी कारें भी बरामद की थीं. इसके बाद बिशप को नागपुर एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया था.