कांग्रेस के कद्दावर नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मंगलवार को बड़ा ऐलान कर दिया है।उन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान मतदान के बाद एक बड़ा फैसला लेते हुए हर किसी को चौंका दिया। दिग्गी राजा के नाम से मशहूर कांग्रेस नेता ने कहा कि यह उनका आखिरी चुनाव है।बता दें कि लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के तहत मध्य प्रदेश की 9 सीट पर वोटिंग हो रही है।इन्हीं में एक सीट राजगढ़ भी है जो दिग्विजय सिंह का गढ़ माना जाता है।

एमपी के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने लोकसभा चुनाव के बीच अपने पोलिंग बूथ पर वोट डाला। इसके बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि यह मेरा आखिरी चुनाव है। क्योंकि मैं 77 वर्ष का हो चुका हूं।अगले चुनाव तक में 82 वर्ष का हो जाऊंगा।उम्र के उस पड़ाव में चुनाव नहीं लड़ना चाहता। मुझे लगता है कि अब नए लोगों को मौका मिलना चाहिए।दिग्विजय सिंह ने इस दौरान मतदान कम होने के पीछे की तीन वजह भी बताईं। उन्होंने कहा कि इस बार वोटिंग कम होने के पीछे जो सबसे बड़ा कारण है वह यह कि लोगों में उत्साह ही नहीं बचा.

दूसरा कारण है कि ईवीएम में खेला।उन्होंने कहा कि चचोरा में ईवीएम मशीन कहती है कि 50 वोट डाले गए, जबकि वहां पर सुबह सिर्फ 11 ही वोट पड़े थे। अब भी इसकी विश्वसनीयता नहीं है। वहीं तीसरा कारण यह है कि लोग डरे हुए हैं खास तौर पर नेता ईडी और सीबीआई जांच से डर रहे हैं।

मध्य प्रदेश के राजगढ़ से दिग्विजय सिंह का सीधा मुकाबला भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार रोडमल नागर से है। बता दें कि इसी सीट पर बहुजन समाज पार्टी ने भी अपना प्रत्याशी उतारा है। बसपा ने यहां से डॉ।राजेंद्र सूर्यवंशी को मैदान में उतारा है।हालांकि यह दिग्विजय सिंह का गढ़ माना जाता है। लेकिन बीजेपी की लहर में उन्हें कड़ी टक्कर मिलने की उम्मीद है।