मुरैना। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तरप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने आज कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जिन गलत नीतियों के कारण कांग्रेस सत्ता से बाहर हुई उसी तरह भाजपा भी उन्हीं नीतियों के चलते सत्ता से बेदखल होने जा रही है। मायावती यहां मुरैना -श्योपुर संसदीय क्षेत्र से बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के उम्मीदवार के समर्थन में एक चुनावी सभा को संबोधित कर रही थीं। इस अवसर पर ग्वालियर और भिंड संसदीय क्षेत्र से बसपा के टिकिट पर चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद केंद्र और देश के अधिकांश राज्यों में सत्ता कांग्रेस के हाथों में केंद्रित रही है। दलित, आदिवासी, पिछड़ा वर्ग विरोधी नीति और गलत कार्य प्रणाली की वजह से कांग्रेस को केंद्र और अधिकांश राज्यों में भी सत्ता से बाहर होना पड़ा है, यही स्थिति उनके सहयोगी दलों की रही है। इस कारण ही बहुजन समाज पार्टी (बसपा) बनाने की जरूरत पड़ी।

बसपा सुप्रीमो ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा ) और इसके सहयोगी दल केंद्र और अधिकतर राज्यों में सत्ता में काबिज हो गए हैं। इनकी जातिवादी, पूंजीवादी संकीर्ण, साम्प्रदायिक ओर द्वेषपूर्ण नीतियां हैं, इनकी कथनी और करनी में अंतर है। अब ऐसा लगता है कि इस बार भाजपा केंद्र की सत्ता में आसानी से वापिस आने वाली नहीं हैं, बशर्ते चुनाव फ्री एंड फेयर हो, मशीन में गड़बड़ी न की जाए। सुश्री मायावती ने कहा कि कांग्रेस की तरह ही भाजपा ने भी केंद्र की तमाम सरकारी जांच एजेंसियों का राजनीति करण कर दिया है। पूर्व कांग्रेस सरकार की तरह ही भाजपा सरकार में जातिवादी, पूंजीवादी, साम्प्रदायिक सोच और नीतियां हैं।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार पिछले कुछ समय से गरीब परिवारों को अस्थायी तौर पर फ्री में थोड़ी खाद्य सामग्री बांट रही है। इससे उनका भला नहीं होने वाला। इनकी समस्या देश में हर हाथ को काम देने से दूर होगी। बसपा अध्यक्ष ने कहा कि उत्तर प्रदेश में चार बार बसपा के नेतृत्व में की सरकार बनी और जब चौथी बार अकेले बलबूते ही हमारी सरकार बनी तब कांग्रेस और भाजपा ने और इसकी जातिवादी पार्टियों ने एक होकर बसपा को कमजोर करने के लिये रास्ता निकाला।इन्होंने स्वार्थी और विकाऊ किस्म के लोगों को तोड़ा और इन्हें आगे कर छोटे-छोटे संगठन बनवा दिए और बसपा के मुकाबले में ले आये।