देश में एक बार फिर कोरोना वायरस संक्रमण ने रफ्तार पकड़ ली है। स्वास्थ्य मंत्रालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, भारत में कोविड-19 के एक्टिव मामलों की संख्या बढ़कर 1252 हो गई है। चिंताजनक बात यह है कि संक्रमण के चलते महाराष्ट्र, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक और मध्य प्रदेश में कुल 14 मरीजों की जान जा चुकी है। वहीं, चंडीगढ़ में इलाज के दौरान एक संक्रमित मरीज की मौत हो गई है।

केरल और महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा एक्टिव केस

1252 एक्टिव मामलों में से सबसे अधिक 430 केस केरल से सामने आए हैं। महाराष्ट्र 325 एक्टिव केसों के साथ दूसरे स्थान पर है, जिनमें से अकेले 316 केस मुंबई में हैं। इन आंकड़ों से साफ है कि कुछ राज्यों में संक्रमण तेजी से फैल रहा है।

नए वेरिएंट्स NB.1.8.1 और LF.7 पर विशेषज्ञों की नजर

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, कोरोना के दो नए वेरिएंट्स NB.1.8.1 और LF.7 सामने आए हैं। ये दोनों वेरिएंट्स ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट्स माने जा रहे हैं, जिनमें कुछ नए म्यूटेशन पाए गए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इन म्यूटेशन्स की वजह से ये वेरिएंट्स पहले से अधिक संक्रामक हो सकते हैं, हालांकि इनकी गंभीरता फिलहाल कम आंकी गई है।

WHO ने जताई चिंता, निगरानी की श्रेणी में रखे गए नए वेरिएंट्स

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत समेत 20 से ज़्यादा देशों में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई है। संगठन ने NB.1.8.1 और LF.7 वैरिएंट को सर्विलांस कैटेगरी में रखा है। इसका मतलब है कि इन वैरिएंट पर नज़र रखी जा रही है, लेकिन इन्हें अभी गंभीर या जानलेवा नहीं माना गया है।

चिंता का विषय, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं

स्वास्थ्य अधिकारियों और विशेषज्ञों ने नागरिकों से अपील की है कि घबराएं नहीं, लेकिन सतर्क जरूर रहें। मास्क का प्रयोग, हाथों की सफाई और भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाने से परहेज जैसे सामान्य नियमों का पालन कर कोरोना संक्रमण से बचा जा सकता है।