कोविड-19 के बढ़ते मामलों को लेकर कर्नाटक के बेलगावी में स्वास्थ्य प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है। यहां एक गर्भवती महिला में कोविड-19 के संक्रमण की पुष्टि के बाद बेलगावी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (बीआईएमएस) अस्पताल ने एक विशेष 10-बेड वाला कोविड-19 वार्ड शुरू किया है। आइए जानते है इस खबर को विस्तार से…
कोविड-19 वार्ड की शुरुआत
आपको बता दें कि बीआईएमएस अस्पताल ने कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए एक विशेष कोविड-19 वार्ड स्थापित किया है, जिसे पूरी तरह से सील कर दिया गया है। इस वार्ड में 10 बेड हैं, और यह पूरी तरह से ऑक्सीजन आपूर्ति और अन्य आवश्यक चिकित्सा सुविधाओं से लैस है। अस्पताल ने यह कदम महाराष्ट्र में बढ़ते कोविड-19 मामलों के मद्देनज़र उठाया है।
RT-PCR टेस्ट की शुरुआत
अस्पताल ने सोमवार से आरटी-पीसीआर टेस्ट की सुविधा भी शुरू कर दी है, जिससे संदिग्ध मामलों की शीघ्र जांच की जा सकेगी। यह सुविधा संदिग्ध कोविड-19 मामलों की पहचान और इलाज में मदद करेगी। अस्पताल प्रशासन ने कहा है कि वे सरकार द्वारा जारी किए गए सभी दिशा-निर्देशों का पालन कर रहे हैं, और उनकी प्राथमिकता मरीजों और स्टाफ की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। इसके अलावा, अस्पताल के स्टाफ को कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत प्रशिक्षित किया गया है।
स्थानीय प्रशासन की सतर्कता
बेलगावी के स्वास्थ्य अधिकारियों ने स्थानीय निवासियों से मास्क पहनने, सामाजिक दूरी बनाए रखने और नियमित रूप से हाथ धोने जैसी निवारक उपायों का पालन करने की अपील की है। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और केवल आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करने की अपील की है। डॉ. ने बताया कि वर्तमान में अस्पताल में कोविड-19 का कोई मामला नहीं है, लेकिन भविष्य में किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए अस्पताल पूरी तरह से तैयार है।
कोविड-19 का संभावित प्रसार
बेलगावी महाराष्ट्र और कर्नाटक की सीमा पर स्थित है, और वहां स्वास्थ्य विभाग ने बढ़ते मामलों पर कड़ी नजर रखी है। यह कदम न केवल बेलगावी, बल्कि आसपास के क्षेत्रों में भी कोविड-19 के प्रसार को नियंत्रित करने में मदद करेगा। बेलगावी में कोविड-19 मामलों को लेकर स्वास्थ्य प्रशासन ने एहतियाती कदम उठाए हैं, जिससे संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित किया जा सके और अस्पताल में किसी भी आपात स्थिति का सामना करने के लिए तैयारी की जा सके। इस दौरान, आम जनता को भी कोविड-19 से बचाव के उपायों का पालन करने की सलाह दी गई है, ताकि महामारी के प्रसार को रोका जा सके।