भोपाल। परशुराम की जयंती पर शनिवार को गुफा मंदिर के कार्यक्रम में बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री भी शामिल हुए। उन्होंने हमेशा की तहर भारत हिंदू राष्ट्र बनने की बात की। शास्त्री ने कहा कि वर्तमान के सनातनी को शस्त्र और शास्त्र दोनों की जरूरत है।
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि दादा परशुराम सिर्फ ब्राह्मणों के नहीं हैं। दादा परशुराम दुनिया में रहने वाले जीवों के हैं। जिन्होंने पूरे विश्व के कल्याण के लिए हाथ में फरसा उठाया। लोग कहते हैं कि दादा परशुराम ने भूमि को 21 बार क्षत्रियविहीन किया। आज हमने देखा कौन ब्राह्मण, कौन क्षत्रिय, कौन वैश्य, कौन सेवक। आज तो सब सनातनी नजर आ रहे हैं। यहां एक एक सनातनी हिंदू बैठा है। शास्त्री ने कहा कि दादा परशुराम ने उन क्षत्रियों का वध किया, जो धर्म के विरुद्ध थे। माता-बहनों पर अत्याचार करते थे। ऐसे आतताईयों का अंत करके धर्म की स्थापना की।
उन्होंने कहा कि शस्त्र और शास्त्र में ज्यादा अंतर नहीं है। सिर्फ एक डंडे का अंतर है। रामचरित्र मानस में हनुमान जी शास्त्र और अंगद जी शस्त्र हैं। वर्तमान में भारतीय हिंदुओं को भी शस्त्र और शास्त्र दोनों की आवश्यकता है। सनातनियों को भी दोनों की आवश्यकता है। माला और भाला की। भाला मारने के लिए नहीं आत्मरक्षा के लिए। हमारे तो देवी और देवता माला और भाला रखते हैं।
शास्त्री ने कहा कि भोपाल में जल्द ही कथा करेंगे। आप भव्य और दिव्य कथा की तैयारी करो। उन्होंने कहा कि संकल्प वही पुराना है। बालाजी ने चाहा और सनातनी जागे तो भारत हिंदू राष्ट्र होगा। आज सर्व समाज के लोगों ने एक साथ आकर परशुराम के दर्शन किए। मध्य प्रदेश में ऐसे ही एकता रहे। जाति की वैमनस्यता ना रहे। हम सब हिंदुओं को एक होना पड़ेगा।