ग्वालियर। केन्द्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ग्वालियर चंबल अंचल के लिये आज विकास कार्यो की समीक्षा की। वहीं ग्वालियर अंचल के लिये पेयजल , सडक़ और विमान प्राधिकरण के लिये २०५० तक के लिये विकास कार्यो की योजनाओं का खाका भी अधिकारियों ने प्रस्तुत किया।
इस समीक्षा बैठक के उपरांत पत्रकारों से चर्चा में बताया कि ग्वालियर चंबल के लिये आधुनिक और संस्कृति का प्रारूप बनाया जाये। इस योजना के लगभग ८-९ पहलू हैं। इसके पहले भाग मेें २०५० तक की महत्वाकांक्षी योजना ग्वालियर और मुरैना में पर्याप्त पानी उपलब्ध कराने की है। इसके लिये ४६७ एमएलडी और २०५० तक पानी उपलब्ध रहे । इसी योजना पर काम हो रहा है। उन्होंने बताया कि केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने चंबल से मुरैना के लिये पानी लाने की योजना स्वीकृत कराई है। वहीं केन्द्रीय मंत्री तोमर और सांसद विवेक शेजवलकर ने मिलकर ग्वालियर के लिये पानी लाने की योजना भी तैयार की है। इसके तहत चंबल राजघाट से मुरैना तक और मुरैना के कोतवाल बांध से ग्वालियर तक पाइप लाइन से पानी लाने की योजना को स्वीकृत कराकर उस पर काम चल रहा है। इस योजना के लिये २२५ करोड की योजना तैयार की है। वहीं ग्वालियर में ओएचडी से पानी पहुचाने के लिये ३०० करोड की योजना तैयार की है। इसके लिये लगभग ५५० करोड की डीपीआर तैयार कर उसकी स्वीकृति मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से दिलाई गई है। उन्होने बताया कि इसके लिये मुख्यमंत्री से चाहे तो एडीबी से या किसी अन्य मद से ऋण दिलाने के लिये कहा है।
केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने बताया कि दूसरी महत्वाकांक्षी योजना स्वर्ण रेखा पर एलीवेटेड रोड का बनाना है। इससे यातायात की समस्या का समाधान होगा। इसके तहत ट्रिपल आईटीएम से लक्ष्मीबाई की समाधि तक छह किलोमीटर की रोड बनाई जायेगी जिसकी डीपीआर ४४७ करोड की है। वहीं दूसरे चरण में ४५० करोड की योजना लक्ष्मीबाई की प्रतिमा से वीरपुर बांध तक की डीपीआर स्वीकृत कराई जा रही है। इसके प्रथम चरण के टेंडर संभवत: अगले माह तक होंगे, और केन्द्रीय मंत्री तोर वह स्वयं और सांसद शेजवलकर द्वारा कार्य का शुभारंभ किया जायेगा। तीसरी महत्वाकांक्षी योजना डीआरडीई की शिफ्टिंग की है। इसके लिये १४० एकड जमीन डीआरडीई को आवंटित की। यह योजना भी २९० करोड की है। इसके लिये उनकी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात हुई थी और वह इस योजना का शुभारंभ करने की स्वीकृत प्रदान की है। संभवत: यह भी अक्टूबर माह में शुरूआत होगी।
केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने बताया कि इसी के साथ रेल सेवाओं का विस्तार करने की योजना बनाई जा रही है। इसके तहत एक नया रेल स्टेशन सांसद शेजवलकर की लंबी लडाई के बाद बनाया जायेगा। इसके तहत २०० करोड की योजना है। इसके लिये अक्टूबर मेें टेंडर लगेगा और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव इसके लिये शुभारंभ करने आयेंगे। इसके लिये आईआईएसडीसी ने आधुनिक रेल स्टेशन का प्रारूप तैयार किया है। वहीं यह आधुनिक और संस्कृति से मिलाजुला स्वरूप से बनाया जायेगा। उन्होने बताया कि साथ ही एक नया हाल्ट हजरत निजामुददीन से तिरूपति जाने वाली रेल का स्टॉप भी हो गया है। यह रेल कल शुक्रवार २४ सितंबर को रूकेगी।
उन्होंने बताया कि वहीं २०१२ में नेरोगेज रेल को ब्राड गेज में बदलने की योजना का शिलान्यास किया था। २९०० करोड की यह योजना के पहले चरण में ग्वालियर श्योपुर तक १५५० करोड बजट में स्वीकृत हो चुके हैं। इसका कार्य भी शीघ्र शुरू होने जा रहा है। वहीं दूसरे चरण में श्योपुर से कोटा तक की योजना पर काम होगा। इतना ही नहीं ग्वालियर स्टेशन पर ओवर ब्रिज भी और तानसेन रोड के चौडीकरण की योजना भी तैयार कर उसे मूर्त रूप दिया जा रहा है।
केन्द्रीय मंत्री ने बताया कि ग्वालियर की चर्चित जेसीमिल कर्मचारियों की लडाई मंत्री प्रद्युम्र सिंह तोमर ने लडी अब ४१० कर्मचारियों को पटटे वितरित करने का काम जल्द ही किया जायेगा। उन्होंने बताया कि वहीं पूर्व के मार्क हॉस्पीटल की जमीन को मेदांता के डॉ. नरेश त्रेहान से चर्चा के बाद अक्टूबर में उनकी सर्वे टीम के ग्वालियर आकर उसमें एक निजी अस्पताल की योजना भी है। वहीं ग्वालियर के जेएएच अस्पताल में एक हजार बिस्तर के अस्पताल पर ५७७ बिस्तर तैयार है। उसका जल्द ही शिलान्यास किया जायेगा। केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने बताया कि इसी के साथ पर्यटन का एक प्लान बनाने की योजना भी तैयार करने को कहा है। इसके तहत संगीत सम्राट तानसेन की जन्म स्थली बेहट गांव से तानसेन मकबरा तक विकास की योजना तैयार करने को कहा है। वहीं ग्वालियर की ओली के लिये भी पर्यटन में जोडने की योजना तैयार कर उसे संस्कृति से जोडने को कहा है।
केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने बताया कि उनके नागर विमानन मंत्रालय में उन्होंने तेजी से काम करना शुरू किया है। इसी के तहत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के वोकल फॉर लोकल, और लोकल से ग्लोबल तक की योजना तैयार की जा रही है। उन्होने बताया कि अब एयर स्पेश में बढोत्तरी की जा रही है। वहीं ड्रोन टेक्रोलोजी की पोलिसी लागू की जा रही है। इससे रोजगार के नये अवसर भी पैदा होंगे। उन्होंने बताया कि ड्रोन के लिये लाल , पीले और हरे रंग की योजना बनाई जा रही है इसके तहत लाल स्पेश वाले क्षेत्र में ड्रोन को नहीं उडा सकेंगे। पीले रंग के क्षेत्र में अनुमति के साथ ड्रोन उडा सकेंगे वहीं हरे रंगके क्षेत्र में बिना अनुमति से ड्रोन उडा सकेंगे। उन्होंने बताया कि इसके लिये अनुमति भी केवल पांच मिनट में जरूरी होने पर मिल सकेगी। उन्होने कहा कि ७० साल में ७५ हवाई अडडे बने जबकि सात साल की सरकार में ६१ नये हवाई अडडे बनाये गये हैं। उन्होंने बताया कि इंदौर में अभी तक १४५ फ्लाइट जाती थी अब ३६४ फ्लाइट हफ्ते में जा रही है। वहीं जबलपुर में ९६ फ्लाइट थी अब १३४ है। ग्वालियर में ५६ फ्लाइट थी अब ११४ फ्लाइट हो गई है। इतना ही नहीं खजुराहो दिल्ली को भी जल्द जोडने की योजना है। जबलपुर में अब ४१२ करोड की लागत से नया टर्मिनल बनाया जा रहा है। वहीं ग्वालियर में भी नई योजना बनाई जा रही है। इसकी जानकारी एयरपोर्ट अथोरिटी ऑफ इंडिया के महाप्रबंधक संजीव कुमार ने दी। उन्होंने बताया कि ग्वालियर में अभी चार एयर क्राफ्ट के लिये एक टर्मिनल है। इसका विस्तार कर १७० एकड में नया एयरपोर्ट बनाया जा रहा है। इसमें १९ एयर क्राफ्ट खडे करने की योजना बनाई जा रही है। वहीं ७७७ बोइंग विमान को उतारने की भी योजना । टैक्सी होकर विमान को आने के लिये आने जाने वाली सडक़ के साथ ही कारगो के लिये भी एरिया तैयार किया जायेगा। उन्होंने बताया कि इसे बनने से पूरे देश से भी ग्वालियर जुड जायेगा। वहीं बडे विमान भी उतारे जा सकेगे। उन्होंने बताया कि इसके लिये भूमि पूजन फरवरी या मार्च २०२२ में किया जायेगा और इसे २३ अगस्त तक इसका निर्माण पूरा कर लिया जायेगा। पत्रकार वार्ता में प्रभारी मंत्री ग्वालियर तुलसी सिलावट, उर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर, मंत्री ओपीएस भदौरिया, सुरे्रश धाकड सांसद ग्वालियर विवेक शेजवलकर सहित अधिकारी एवं भाजपा जिलाध्यक्ष कमल माखीजानी मौजूद थे।

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