नई दिल्ली: झारखंड में सोमवार को ईडी की रेड में’नोटों के पहाड़’ का खुलासा हुआ है. सरकार में मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव पाल के सहायक के ठिकाने पर ईडी की ये कार्रवाई चल रही है. साथ ही रांची में अलग-अलग ठिकानों पर एक्शन जारी है. संजीव पाल के सहायक के ठिकाने से अबतक जो ‘नोटों के पहाड़’ बरामद हुए, उन्होंने अधिकारियों के होश उड़ा रखे हैं. 20 करोड़ रुपये से ज्यादा की गिनती हो चुकी है. रकम इतनी ज्यादा है कि मशीनें हार मानने लगी हैं.

सूत्रों का कहना है कि नोट गिनने के लिए 6 मशीनें लगाई गई थीं, इसमें से 2 हीट (गर्मी) की वजह से खराब हो गई हैं. नोट गिनने के लिए बड़ी मशीन मंगाई गई है. इस मशीन के जरिए एक समय पर 4 नोट के बंडल गिने जा सकते हैं. इसके अलावा 5 मशीनें, ऐसी हैं जिनसे छोटे नोटों की गिनती हो रही है. अभी तक कितनी नोटों की गिनती हो चुकी है, इसको लेकर आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है. “ईडी की जारी रेड के बीच झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम का बयान आया. उन्होंने कहा, संजीव लाल एक सरकारी मुलाजिम हैं. हमारे पीएस हैं. हम पीएस का चुनाव अनुभव के आधार पर करते हैं. ईडी का क्या निष्कर्ष आएगा, वो देखा जाएगा”.

इस मामले को लेकर पीएम मोदी ने आंध्र प्रदेश में एक चुनावी सभा में विपक्ष पर हमला बोला. उन्होंने कहा, कांग्रेस और INDI गठबंधन आए दिन ईडी-ईडी चिल्लाते हैं. आज इसका जवाब पूरा देश देख रहा है. झारखंड में ईडी ने नोटों के पहाड़ निकाले हैं. कांग्रेस के मंत्री के निजी सचिव के नौकर के पास से नोटों का पहाड़ निकला है. कांग्रेस ने अपने नौकर के घर को काली कमाई का गोदाम बना रखा था.

प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा, आखिर ऐसा क्यों है कि जिनके पास नोटों के पहाड़ मिलते हैं, वो कांग्रेस के प्रथम परिवार के करीबी होते हैं. कहीं ऐसा तो नहीं कि जो पैसे पकड़े जा रहे हैं, वो कहीं सप्लाई होने के लिए रखे थे. कहीं ऐसा तो नहीं कि कांग्रेस के प्रथम परिवार ने देशभर में ऐसे ही काली कमाई के गोदाम बना रखे हैं. कांग्रेस के शहजादे से देश ये जानना चाहता है. उधर, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी विपक्ष पर हमला बोला है. उन्होंने कहा, झारखंड में कांग्रेस के सांसद के घर से कभी 300 करोड़ निकलता है तो कभी उनके मंत्री के घर से पैसा निकल रहा है. ये मोदी को हराने के लिए पैसा जमा किया गया था या किसी और काम के लिए.