बिलासपुर: दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में पदस्थ एक महिला अफसर ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। मृतिका के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। लेकिन सोशल मीडिया में रेलवे के सीनियर डीसीएम पर प्रताड़ना के आरोप लगे हैं। मामला तोरवा थाना क्षेत्र का है।

तोरवा थाना क्षेत्र के एनी कॉलोनी में रहने वाली 37 वर्षीया विनीता साहनी रेल्वे में कमर्शियल टैक्स इंस्पेक्टर थीं। उनकी पोस्टिंग दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के जोन मुख्यालय बिलासपुर में थी। वे अपने पति ओब्राहम हेल और आठ साल की बेटी के साथ रहती थीं। महिला अधिकारी के पति हेमूनगर में जिम में ट्रेनर हैं।

शनिवार को महिला अधिकारी अपनी आठ साल की बेटी के साथ घर पर ही थीं। उनके पति किसी काम से बाहर गए हुए थे। दोपहर करीब ढाई बजे महिला अधिकारी ने अपने कमरे में जाकर फांसी लगा ली। इस दौरान उनकी बेटी दूसरे कमरे में थी। बच्ची अपनी के कमरे में आई तो वे फांसी के फंदे पर लटक रही थी। बच्ची ने पड़ोसियों को इसकी जानकारी दी।

पड़ोसियों ने घटना की जानकारी पुलिस को देकर आनन-फानन में महिला आधिकारी को रेलवे अस्पताल पहुंचाया। तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर रेलवे अस्पताल के मरच्यूरी में रखवा दिया है। महिला के मायके वाले दिल्ली में रहते हैं। उन्हें घटना की सूचना दे दी गई है। मायके वालों के आने पर शव का पीएम कराया जाएगा।

घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने आसपास के लोगों से घटना के संबंध में जानकारी ली है। इसमें पता चला है कि विनीता की शादी 10 साल पहले हुई थी। उनकी आठ साल की बेटी है। पड़ोसियों ने प्राथमिक पूछताछ में पति-पत्नी के बीच किसी तरह की अनबन की जानकारी से इन्कार किया है। दोनों हंसी खुशी रहते थे। मायके वालों के आने के बाद घटना के कारणों की जानकारी मिल सकेग

सीनियर डीसीएम पर लगे आरोप
आत्महत्या के बाद रेलवे के सीनियर डीसीएम विकास कश्यप पर सोशल मीडिया में आरोप लग रहे है। सोशल मीडिया साइट एक्स पर किए गए पोस्ट के अनुसार विकास कश्यप की प्रताड़ना से तंग आकर विनीता साहनी ने आत्महत्या की है।

विकास कश्यप पर नागपुर में पोस्टिंग के दौरान एक अन्य महिला ने भी छेड़छाड़, एक्ट्रोसिटी और अश्लील गाली गलौच की एफआईआर करवाई थी। पोस्ट को प्रधानमंत्री के साथ ही रेल मंत्री, केंद्रीय गृह मंत्री, केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री के अलावा जीएम बिलासपुर जोन व डीआरएम को टैग किया गया है।

सीनियर डीसीएम ने आरोपों को ठहराया झूठा
वहीं, इस मामले में सीनियर डीसीएम विकास कश्यप ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को निराधार बताया है। विकास कश्यप के अनुसार “विनिता साहनी एक कुशल वर्कर होने के साथ ही बहादुर महिला थीं। पिछले कुछ समय से वो अपनी बेटी की तबीयत को लेकर परेशान चल रही थीं। उनकी परेशानियों को देखते हुए उन्हें मांगने पर आवश्यकता अनुसार छुट्टी व सहूलियते भी प्रदान की जाती थीं। विभाग में ही सख्ती व अनुशासन बना कर कार्य करवाने की वजह से कुछ विरोधी तत्व मौके का फायदा उठा कर अफवाह फैला रहें हैं। साथ ही अनगर्ल और झूठे पोस्ट फर्जी नामों से कर रहें हैं। जांच में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।”