सुप्रसिद्ध भागवताचार्य पं.घनश्याम शास्त्री जी महाराज ने लिगानुपात में असंतुलन तथा गोसंवर्धन पर विचार दिए। कहा गर्भ में भ्रूण हत्या करने वाली मां किसी पूतना से कम नहीं। जिस सनातन प्रेमी घर में सिर्फ गाय के घी से पूजा का संकल्प लेंगे प्रयोग करेंगे उस दिन गौ संरक्षण का कार्य भी स्वत हो जाएगा

हैदरगंज मामा का बाजार सोलंकी धर्मशाला स्थल में आयोजित श्रीमद् भागवत कथाज्ञान यज्ञ में पांचवे दिन कथाव्यास ने कृष्ण की बाल लीलाओं का सुंदर वर्णन किया। व्यास ने कहा आज भी समाज मे पूतना मौजूद है। बेटियों की गर्भ में हत्या करने वाली मां भी किसी पूतना से कम नही। कभी भी व्यक्ति का सम्माम नही होता, उसकर ज्ञान संस्कारों ही पूजित है। कथा में कृष्ण जन्म, नंदोत्सव, महादेव का कृष्ण के बाल रूप का दर्शन, पूतना उद्धार, गोपी ज्ञान, मख्खन चोरी लीला की लीलाओं का सुंदर वर्णन किया। आचार्य पं.घनश्याम शास्त्री ने जीवन मे शिक्षा,संस्कार, धर्म के बिन जीवन पशुओं की तरह ही है। इस मौके पर परीक्षित श्रीमती कमला शिवनाथ चौहान शिव बर्तन हाउस, एफबी किंग संजीव शर्मा,दीपक श्रीवास्तव,अंकुर श्रीवास्तव,हरिओम शर्मा,सचिन पंडित जी,संजय कौरव रामू राजोरिया ने भागवत भगवान जी के आरती उतारी।