भोपाल: ऑपरेशन सिंदूर के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार मध्य प्रदेश दौरे पर पहुंचे. जहां उन्होंने राजधानी भोपाल के जंबूरी मैदान में आयोजित देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती पर विशाल महिला सम्मेलन में शामिल हुए. इस आयोजन में मध्य प्रदेश की परंपरा, संस्कृति और नारी शक्ति का अद्भुत संगम देखने को मिला.

कार्यक्रम में प्रधानमंत्री का पारंपरिक शैली में भव्य स्वागत किया गया. इस कार्यक्रम में महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा जैसे सिंदूरी और महेश्वरी साड़ी और सेना जैसी वर्दी में प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए पहुंची. यह कार्यक्रम पूरी तरह महिलाओं के नेतृत्व में आयोजित हुआ, जिसकी सभी व्यवस्थाएं महिला स्वयंसेवकों ने संभालीं. इस अवसर पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री मोहन यादव और राज्यपाल मंगूभाई छगनभाई पटेल ने प्रधानमंत्री का पारंपरिक पगड़ी पहनाकर स्वागत किया और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया.

प्रधानमंत्री मोदी ने इस खास अवसर पर ₹300 मूल्य का एक स्मारक सिक्का जारी किया. यह 35 ग्राम वजनी सिक्का 50% चांदी से बना है, जिसमें देवी अहिल्याबाई की तस्वीर और 1725–2025 अंकित है. इसके साथ ही देवी अहिल्याबाई होल्कर की स्मृति में एक विशेष डाक टिकट भी जारी किया गया. प्रधानमंत्री ने पारंपरिक कला में योगदान देने वाली एक महिला कलाकार को राष्ट्रीय देवी अहिल्याबाई पुरस्कार प्रदान किया.

वहीं प्रधानमंत्री ने ‘ड्रोन दीदी’ कविता चौहान और ‘लखपति दीदी’ जैसी प्रेरणादायी महिलाओं से भी भेंट की, जिन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में अहम भूमिका निभाई है. इन मुलाकातों ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में सरकार की प्रतिबद्धता को और मजबूती दी.

कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने इंदौर मेट्रो के पहले कॉरिडोर का वर्चुअल उद्घाटन किया. यह कॉरिडोर लगभग 6 किलोमीटर लंबा है और इसमें 5 स्टेशन होंगे, जिससे इंदौर में यातायात और प्रदूषण की समस्या में कमी आने की उम्मीद है. इसके अतिरिक्त, प्रधानमंत्री ने सतना और दतिया हवाई अड्डों का वर्चुअल लोकार्पण किया. दतिया एयरपोर्ट पर ₹70 करोड़ की लागत आई है, जहां से भोपाल और खजुराहो के लिए उड़ानें शुरू होंगी.

वर्चुअल भूमिपूजन किया
वहीं उज्जैन में 2028 के सिंहस्थ महापर्व की तैयारियों के तहत प्रधानमंत्री ने 778.91 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले 29 किलोमीटर लंबे घाटों, 83.39 करोड़ रुपये के बैराज, स्टॉप डेम और वेंटेड काज-वे के निर्माण कार्यों का भी वर्चुअल भूमिपूजन किया. इससे क्षिप्रा और कान्ह नदियों में जल प्रवाह बना रहेगा.

पीएम ने श्रद्धांजलि अर्पित की
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के दौरान देवी अहिल्याबाई होल्कर को श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि उनका जीवन दिखाता है कि संकल्प और इच्छाशक्ति से कोई भी बदलाव संभव है. उन्होंने यह भी कहा कि देवी अहिल्याबाई ने केवल राज्य का कुशल प्रशासन ही नहीं किया, बल्कि काशी विश्वनाथ जैसे कई महत्वपूर्ण मंदिरों का पुनर्निर्माण कर भारत की सांस्कृतिक विरासत को भी पुनर्जीवित किया.

महिला सैनिकों की तारीफ
प्रधानमंत्री ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में महिला सैनिकों की वीरता की सराहना करते हुए जनरल सोफिया कुरेशी और एयरफोर्स की विंग कमांडर व्योमिका सिंह की तारीफ की. उन्होंने कहा कि महिलाएं आज हर क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं. चाहे वह घर हो, युद्ध क्षेत्र हो या विज्ञान और तकनीक का मैदान. वहीं उन्होंने, पाकिस्तान को फिर से चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि ‘घर में घुसकर मारेंगे, गोली का जवाब गोले से दिया जाएगा’.