ग्वालियर। गाय की सेवा करने से भगवान प्रसन्न होते हैं ,क्योंकि गौमाता में 38 करोड देवी देवता वास करते हैं, इसीलिए स्वयं भगवान श्रीकृष्ण ने ग्वाले का जन्म लेकर वन में गाय चराने का काम किया एवं उन्ही गायों का पौष्टिक दूध घी का सेवन कर कंस जैसे पापियों का वध किया। उक्त विचार राम द्वारा, लक्ष्मीगंज में चल रहे श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान महायज्ञ में अंतर्राष्ट्रीय रामस्नेही संप्रदाय के प्रखर वक्ता एवं संत रामप्रसाद महाराज ने मंगलवार को छठवें दिन व्यक्त किए।

संत श्री ने कहा कि आज के आधुनिक समाज में जनमानस द्वारा फेंका गया पॉलीथिन युक्त कचरा गायें खाने को मजबूर हैं ,जिससे हमारे बच्चों को भी वही प्लास्टिक युक्त दूध पीने को मिल रहा है। बच्चों को शुद्ध पोष्टिक दूध न मिलने से उनमें बचपन से ही विभिन्न बीमारियां जन्म ले लेतीं हैं, इसलिए यदि गायों को शुद्ध चारा मिलेगा तो हमें भी शुद्ध घी दूध मिलेगा , समाज स्वस्थ रहेगा। उन्होंने कहा कि
भक्तों के कल्याण के लिए परमात्मा भी कष्ट उठाते हैं जैसे भगवान राम ने 14 साल वनवास काटा , श्रीकृष्ण ने ग्वाले का काम लेकर जंगल में गायें चराई।

संत श्री ने आगे कहा कि जिसको कोई स्वीकार नहीं करता उसे भगवान स्वीकार करते हैं, वो निर्बल के बल है , निर्धन के धन है। भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं को समझने के लिये , श्रीराम जैसी मर्यादा जरूरी है। उन्होंने कहा कि असुर भामासुर के कैद खाने से 16100 कन्याओं को श्रीकृष्ण ने मुक्ति दिलाकर उनके अनुरोध पर उन्हें अपनी रानी के रूप में स्वीकार कर सम्मान दिलवाया।
महारास की कथा का वर्णन करते हुए संतजी बोले कि महारास जीव एवं परमात्मा के मिलन की अलौकिक लीला है।
रुक्मिणी विवाह के प्रसंग में संतजी द्वारा सुनाए भजन आज मेरे श्याम की शादी है एवं मुझे श्याम सुंदर की दुल्हन बना दो पर श्रद्धालुओं ने भाव विभोर होकर नृत्य किया।

आज रामद्वारा में कथा के मुख्य यजमान श्रीमती सीमा कुलकर्णी एवं पी कुलकर्णी एवं अन्य श्रद्धालुओं ने श्रीमद्भागवत की आरती उतारी। इस मौके पर कृष्ण -रूकमणी विवाह में पार्थ कुलकर्णी एवं ऋचा के विवाह की वरमाला भी प्रतीकात्मक रूप में कराई गई। आज आरती में जेके टायर के वाइस प्रेसीडेंट संजय बिदंल , ग्वालियर पूर्व के विधायक डॉ. सतीश सिंह सिकरवार, मंशापूर्ण हनुमान मंदिर पडाव के मंहत पंडित गोपाल दुबे, बानमोर के पूर्व मंडी डायरेक्टर के के म्हाना , पूर्व सरपंच नूराबाद वीरेन्द्र सिंह एमएस भदौरिया, सामाजिक कार्यकर्ता इंदिरा मंगल, विनय अग्रवाल, भारत स्काउट गाइड की जिला उपाध्यक्ष रश्मि अग्रवाल आदि प्रमुख रूप से शामिल थे।
शुक्रवार को कथा एवं पूर्णाहुति के साथ कथा का समापन होगा, सदगुरू परिवार सेवा समिति ग्वालियर एवं श्री राम द्वारा ट्रस्ट द्वारा सभी धर्मप्रेमी श्रद्धालुओं से भागवत कथा श्रवण करने का अनुरोध किया है।