भोपाल।  मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कानून व्यवस्था को लेकर आज अचानक सुबह सात बजे अपने निवास पर आला अफसरों की बैठक बुलाई। बैठक में आईजी- एसपी, कमिश्नर और कलेक्टर वर्चुअली जुड़े हुए थे। बैठक में सीएम ने सख्त तेवर दिखाते हुए आईजी और एसपी से दो टूक कह दिया कि जो अफसर फिल्ड में काम करने के इच्छुक हो, जिसमें दम हो, वही पदस्थ रहें। जो फिल्ड में अच्छा काम करेंगे उन्हें ही पदस्थ किया जाएगा। हमेशा क्विक एक्शन होना चाहिए।

उन्होंने फिर दोहराया कि प्रदेश में अपराधियों को क्रश करना हमारी प्राथमिकता है। कानून व्यवस्था सरकार की सर्वोच्य प्राथमिकता है। हर हाल में अपराधियों को नेस्तनाबूत किया जाए। कानून व्यवस्था को लेकर सीएम ने आईजी-एसपी, कलेक्टर और कमिश्नर्स से कहा कि शिकारी, जुआं, सट्टा चलाने वाले, ड्रग्स का अवैध धंधा करने वाले, अवैध शराब के कारोबारी इन सभी को क्रश करना है। उन्होंने कहा कि पुलिस का कार्य है कि शांति व्यवस्था कायम रहे। पुलिस के काम काज की हम लगातार समीक्षा कर रहे हैं। अपराधियों को चिन्हित किया जाए, ऐसा प्रयास हो कि अपराध घटित ही न हों। सीएम ने कुछ जिलों की पुलिस की तारीफ भी की।

उन्होंने कहा कि कुछ जिलों में अच्छी कार्यवाही हुई है। जिसके लिए संबंधित अफसर और स्टाफ बधाई के पात्र हैं। सीएम ने कहा कि अपराधों को प्रभावी ढंग से रोकने की व्यवस्था हो। प्रत्येक जिले में नियमित रूप से कार्य विश्लेषण किया जाए। उन्होंने कहा कि जल्द ही अपराध नियंत्रण की फिर से समीक्षा की जाएगी। मुख्यमंत्री ने सभी अफसरों को यह भी निर्देश दिए कि जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन समन्वय के साथ  कानून व्यवस्था और माफियाओं पर लगाम लगाने के लिए काम करे। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि हर जिले में नियमित रूप से इन सबकी समीक्षा की जाए। समीक्षा की पूरी डिटेल डीजीपी के पास तक भी पहुंचे।

गुना की घटना से बेचैन हूं, मेरा संकल्प किसी को छोड़ूंगा नहीं
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि वे गुना की घटना से बेचैन हैं। उन्होंने कहा मेरा संकल्प है कि किसी भी अपराधी को नहीं छोड़ा जाएगा। गुना के प्रकरण में अपराधियों के खिलाफ ऐसी सख्त कार्रवाई होगी जो इतिहास में दर्ज होगी। शिकार करने वाले और अन्य अपराधों को अंजाम देने वालोें के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई हो।

गुना में जारी है आॅपरेशन क्लीन
इधर गुना में पुलिस के तीन जवानों को मारने वाले सभी आरोपियों की धरपकड़ के लिए रात भर आॅपरेशन क्लीन चलता रहा। इस दौरान पुलिस ने आरोन और राघौगढ़ के बीच के जंगलों और पहाड़ियों पर सर्चिंग की। इससे पहले पुलिस ने इस घटना के बाद दो आरोपियों को एनकाउंटर में मार गिराया था। जबकि जिआ खान और सोनू उर्फ शादाक खान को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं करीब एक दर्जन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ चल रही है। पुलिसकर्मियों को गोली से मारने वाले अभी पांच आरोपी फरार हैं। एडीजी डी श्रीनिवास वर्मा ने बताया कि आरोपियों की तलाश में लगातार छापे डाले जा रहे हैं। रात में भी कई जगह पर छापे डाले गए थे।  यहां की पूरी स्थिति पर और पुलिस के हर एक्शन पर पुलिस मुख्यालय भी लगातार अपडेट ले रहा है। पुलिस मुख्यालय के आला अफसर मुख्यमंत्री को भी यहां की लगातार अपडेट दे रहे हैं।

घटना के बाद विदोरिया गांव के अधिकांश घर हुए खाली
राघौगढ़ के जिस गांव में नौशाद और शहजाद रहते हैं, वह गांव लगभग खाली हो गया है। इस गांव में करीब 30 परिवार रहते हैं। वारदात के बाद से पुलिस इस गांव में पहुंची तब अधिकांश घर खाली हो गए थे। बताया जाता है कि यह गांव में दहशत के लिए  नहीं बल्कि आरोपियों से संबंध होने के चलते खाली हो गए हैं। घटना के बाद पुलिस ने यहां पर सर्चिंग की ओर करीब आठ बाइक जब्त की। वहीं गांव के सभी लोगों के बारे में भी पुलिस जानकारी जुटा रही है। इधर नौशाद और शहजाद के साथ इस मामले में आरोपियों के पुराने अपराधिक रिकॉर्ड भी खंगाले जा रहे हैं।