इंदौर। देशभर में चर्चित राजा हत्याकांड को आरोपियों ने इतने शातिराना अंदाज में अंजाम दिया कि पुलिस को आरोपियों तक पहुंचने में सत्रह दिन लग गए। आरोपियों ने जो सुराग छोड़े, उसका सिरा पकड़कर पुलिस उन तक पहुंची,लेकिन सोनम ने राजा को इंदौर से हनीमून के बहाने शिलांग तक लाने में पांच गलतियां भी की। यदि राजा उन पर शक करता तो हो सकता है कि उसकी जान बच सकती थी। राजा ने सोनम पर आंखे मूंद कर भरोसा किया और उसे इसकी कीमत अपनी जान देकर चुकाना पड़ी। आइए जानते है वो कौन सी पांच गलतियां थी, जिसे राजा समझ नहीं पाया।

राजा शादी के तत्काल बाद हनीमून पर नहीं जाना चाहता था, लेकिन सोनम ने उसे बताए बगैर फ्लाइट के टिकट करा लिए। राजा ने उससे पूरे प्लान की जानकारी नहीं ली। सोनम जानती थी कि उसे वहां पर राजा की हत्या करना है, इस कारण उसने वापसी के टिकट नहीं कराए और न ही ट्रेन का रिजर्वेशन था। यदि इस पर उसका शक गहराता तो वह सर्तक हो सकता था।

मेघालय में कार टैक्सी भी चलती है। अमतौर पर पर्यटक लगेज होने के कारण उनका ही सहारा लेते है, लेकिन सोनम ने लगेज होने के बावजूद किराए की स्कूटी लेने पर जोर दिया। 50 किलोमीटर तक की यात्रा राज ने स्कूटी से की। शिलांग में सोनम ने लगेज अलग गेस्ट हाउस में रखवाया और रुकने के लिए एक होम स्टे भी किराए पर लिया। इस बात पर भी राजा ने जरा भी शक नहीं किया।

तीनों आरोपी अचानक डबलडेकर रुट पर पर्यटक के रुप में मिले। सोमन ने उनसे बात शुरू कर दी। राजा को तब भी शक नहीं हुआ। आरोपी पीछा करते हुए पार्किंग के बंद यार्ड तक पहुंचे। यदि राजा अचानक उनके आने और बेवजह मेल जोड़ बढ़ाने पर सचेत हो जाता और सूनसान जगह पर नहीं रुकता तो उस पर वार करना मुश्किल था।

सोनम ने राजा को सोने की चेन, ब्रेसलेट भी पहनकर चलने के लिए कहा था,जबकि राजा की मां को इस बार पर शंका हुई थी। उन्होंने सोनम की मां को फोन पर भी अपनी चिंता इस बात पर जताई थी। राजा को सोनम ने चैन व ब्रेसलेट पहन कर साथ चलने को कहा था। वह इस बात पर इतना जोर क्यों दे रही है। तब भी राज ने इस पर ध्यान नहीं दिया।

सोनम ने खाई में जाने से पहले मंगलसूत्र और सगाई की अंगूठी उतार दी थी। इस बात पर राज ने ध्यान नहीं दिया। इस तरह मंगलसूत्र उतारे जाने पर भी वह शंका कर लेता तो सर्तक हो सकता था।