भोपाल। उज्जैन महाकाल महालोक में देश के पहले स्ट्रीट फूड हब ‘प्रसादम’ और ‘अवंतिका हाट बाजारÓ का उद्घाटन आज रविवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने किया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और केंद्रीय मंत्री 218 करोड़ रुपये के 187 स्वास्थ्य संस्थाओं के निर्माण कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन भी किया है। महाकाल महालोक में प्रसादम् में विभिन्न व्यंजनों की उपलब्धता के लिए लगभग 50 फूड स्टाल खुलेंगे। यह दुकानें जल्द ही दुकान संचालकों को आवंटित की जाएंगी। यहां लोग मालवा के प्रसिद्ध दाल-बाफले-लड्डू, पोहा-जलेबी सहित अन्य स्थानीय व्यंजनों का लुत्फ भी उठा सकेंगे।

आयोजन में स्व सहायता समूह की महिलाओं और विभिन्न योजना के लाभार्थियों कोभी बुलाया गया है। उद्घाटन समारोह में हेल्दी एंड हाइजेनिक फूड स्ट्रीट की वेबसाइट भी लांच की गई। सांस्कृतिक नृत्य और अन्य कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए। खाद्य सुरक्षा विभाग मोटे अनाज के सेवन को प्रोत्साहित करने के लिए स्टाल लगाया, जहां कई स्वादिष्ट व्यंजन उपलब्ध हैं। महाकाल का प्रसाद भी अब श्री अन्न के बने मिलना शुरू हो रहा है।

ऐसा है प्रसादम्

देश का पहला प्रसादम् 1 करोड़ 75 लाख रुपये की लागत से फूड एंड सेफ्टी स्टैण्डर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया के ‘क्लीन स्ट्रीट फूड हबÓ कार्यक्रम के अंतर्गत उज्जैन स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा श्री महाकाल महालोक के नीलकंठ वन परिसर और अवंतिका हाट के बीच विकसित किया गया है। इसमें 17 दुकानों का निर्माण कर एक स्वच्छ स्ट्रीट फूड हब बनाया गया है। श्रद्धालुओं के लिये पार्किंग एवं अन्य सार्वजनिक सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। महाकाल लोक परिसर में श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य को ध्यान मे रखते हुए महाकाल लोक परिसर, नीलकंठ द्वार पर औसतन प्रतिदिन 1 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य को ध्यान मे रखते हुए मुख्यमंत्री संजीवनी क्लिनिक का संचालन किया जाएगा जिसमें आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाएं भी उपलब्ध रहेंगी।

36 का भूमिपूजन, 151 का लोकार्पण

कार्यक्रम में 118 करोड़ लागत की 36 स्वास्थ्य संरचनाओं का भूमिपूजन और 100 करोड़ 69 लाख लागत की 151 स्वास्थ्य संरचनाओं का लोकार्पण किया गया। इसके लिये 189 करोड़ 89 लाख केंद्र और 28 करोड़ 87 लाख रुपये राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध कराये गये हैं। समारोह में 54 मुख्यमंत्री संजीवनी क्लिनिक का लोकार्पण किया गया। इस क्लीनिक में 12 प्रकार की प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाएं, 67 प्रकार की जांच सुविधाएं और 208 प्रकार की दवाइयां नि:शुल्क उपलब्ध कराई जाएंगी। साथ ही 2 ब्लॉक पब्लिक हेल्थ यूनिट (सीएचसी हातोद एवं सीएचसी सांवेर, जिला इंदौर) का लोकार्पण किया जाएगा जिससे व्यापक जांच सेवाएं उपलब्ध हो सकेंगी। इन केंद्रों के माध्यम से महामारी एवं स्वास्थ्य संबंधी जानकारी संस्थाओं से जिले स्तर, राज्य स्तर और राष्ट्रीय स्तर तक पहुंच सकेंगी।

इंटीग्रेटेड पब्लिक हेल्थ लैब का लोकार्पण

प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रस्ट्रक्चर मिशन में 3 करोड़ 49 लाख रुपये की लागत की तीन इंटीग्रेटेड पब्लिक हेल्थ लैब (विदिशा, बैतूल एवं उज्जैन) का लोकार्पण किया गया है। यहां नागरिकों को जिला अस्पताल में 132 प्रकार की जांच सेवाएं एक ही स्थान पर उपलब्ध हैं। इसी मिशन के अंतर्गत 6 बीआरएचयू भी लोकार्पित किया गया जिसमें 13 जिलों (छतरपुर, झाबुआ, सिवनी, गुना, भोपाल, खंडवा, बड़वानी, दमोह, बालाघाट, टीकमगढ़, शिवपुरी एवं सिंगरौली) नवीन इंटग्रेटेड पब्लिक हेल्थ लेबोरेटरी का भूमिपूजन किया किया गया है।