पूर्व सीएम दिग्विजय ने कहा-मोहन यादव मेरा बच्चा है
भोपाल/राजगढ़. मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा है कि हमारे यहां संसदीय प्रणाली है. इसमें जनता अपना प्रतिनिधि चुनती है. जरूरत इस बात की है कि भ्रष्टाचार को खत्म किया जाए. इन दिनों भ्रष्टाचार का बोलबाला है. देश के गृहमंत्री अमित शाह के ‘आशिक का जनाजा है जरा धूम से निकले’ वाले बयान पर सिंह ने कहा कि उनकी बड़ी कृपा है मुझ पर, जो वो मेरा जनाजा निकलवा रहे हैं. मुझे उनके इस आशीर्वाद की आवश्यकता नहीं है. बड़ी कृपा होगी कि वो उस वक्त आएं जब मेरी अर्थी निकल रही हो. असली मुद्दा जनता का अधिकार है. इसे समाप्त किया जा रहा है.

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि मुद्दा महंगाई होना चाहिए, जो लगातार बढ़ रही है. गरीब परेशान है. पढ़े-लिखे युवाओं को नौकरी नहीं मिल रही. युवा परेशान है. पंचायतों के अधिकार समाप्त कर दिए. आज ऐसी सरकार चल रही है जिसमें जनता का कोई काम नहीं. विरासत टैक्स, मंगलसूत्र वाले बयानों पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि मंगलसूत्र कहां से आ गया, कहां से मछली-मीट आ गए. कहां से मुस्लिम लीग आ गई. हमारा खुला खाता है. हम गरीबी मिटाना चाहते हैं. शिक्षितों को रोजगार देना चाहते हैं. महंगाई कम करना चाहते हैं. 200 रुपये में एक परिवार कैसे चलेगा. मजदूरी नहीं बढ़ी, मीठे तेल की महंगाई बढ़ गई. हर चीज के दाम बढ़ गए.

सरकार आने पर मजदूरी 400 रुपये करेंगे- पूर्व सीएम दिग्विजय
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि हमारे घोषणापत्र में है कि अगर दिल्ली में कांग्रेस की सरकार बनती है तो मजदूरी 400 रुपये कर दी जाएगी. कांग्रेस ने हमेशा गरीबों के और किसानों के कर्जे माफ किए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दस साल की बीजेपी सरकार ने 16 लाख करोड़ बड़े-बड़े उद्योगपतियों का कर्जा माफ किया है. सिंह ने कहा कि मोहन यादव मेरे बच्चे समान है. ये नए-नए ठीक हैं. शिवराज को मैंने बलि का बकरा कहा था लेकिन वो मुझसे चुनाव तो हार ही गए थे. उन्होंने कहा कि मैं कब गर्मी में नहीं रहा, धूप में नहीं रहा. कब जनता के बीच नहीं रहा. क्या मैं हारने के लिए चुनाव लड़ रहा हूं. मैं चुनाव जीतूंगा और जनता मुझे जिताएगी.