इंदौर: मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री और बीजेपी के कद्दावर नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा है कि अक्षय कांति बम का बीजेपी में शामिल होना उनका अचानक उठाया गया कदम है. और उन्होंने अक्षय बम को बीजेपी में शामिल करवाने जैसी कोई योजना कभी बनाई ही नहीं थी.

इस मामले में कैलाश विजयवर्गीय ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें वह निजी मीडिया संस्थान को इंटरव्यू दे रहे हैं. एक प्रश्न का उत्तर देते हुए विजयवर्गीय ने कहा कि अक्षय बम को लेकर ऐसी कोई योजना ही नहीं थी. सब कुछ अचानक हुआ.

कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, “मैं उनसे (अक्षय कांति बम) रास्ते में मिला था. कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उन्हें घेर लिया था इसलिए उनके साथ हो लिया था. ये सही है कि मेरी उनसे बात हुई थी और यह सच है कि हमने साथ में एक सेल्फी भी ली थी, जिसे मैंने एक्स अकाउंट पर पोस्ट किया था लेकिन मुझे खुद भी अंदाजा नहीं था कि यह फोटो इतनी चर्चा में आ जाएगी.”

आपको बता दें कि कैलाश विजयवर्गीय के करीबी सहयोगी और विधायक रमेश मेंदोला के साथ कांग्रेस के लोकसभा चुनाव प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने आखिरी दिन कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में नामांकन फॉर्म वापस ले लिया था. इससे कुछ मिनट पहले कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने अक्षय बम के साथ कार में एक पोस्ट शेयर किया था जिसमें कैलाश विजयवर्गीय, अक्षय बम, रमेश मेंदोला साथ में नजर आ रहे थे. बाद में वह इंदौर में उसी दिन 29 अप्रैल को शाम को पार्टी कार्यालय में सीएम मोहन यादव की मौजूदगी में बीजेपी में शामिल हो गए थे.

आपको बता दें कि अक्षय कांति बम को लेकर के एक पुराने विवाद में इंदौर की कोर्ट में केस चल रहा है, जहां पर धारा 307 के तहत अक्षय बम को आरोपी बनने पर सुनवाई चल रही है. 10 मई को अक्षय बम को कोर्ट में इसी सिलसिले में पेश होना था लेकिन वह सुनवाई में नहीं आए. इसके बाद कोर्ट अक्षय बम और उनके पिता के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया था. इधर पुलिस के पास अक्षय कुमार को पेश करने के लिए 8 जुलाई तक का समय है. ऐसे में कांग्रेस अक्षय बम को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर हमलावर नजर आ रही है.