भोपाल । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भोपाल आने पर प्रदेश कांग्रेस क अध्यक्ष कमलनाथ ने खुला पत्र लिखकर प्रदेश सरकार पर जमकर आरोप लगाए हैं। उन्होंने इस पत्र के माध्यम से प्रदेश सरकार पर कई सवाल दागे हैं। इस पत्र के जरिए उन्होंने किसानों की आत्महत्या, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, अवैध उत्खनन, महिलाओं पर अत्याचार, आदिवासी उत्पीड़न जैसे कई मुद्दे उठाये लिखा है कि इन मामलों में प्रदेश देश के शीर्ष राज्यों में शामिल है।
नाथ ने अपने खुले पत्र में लिखा कि हाल ही की एनसीआरबी की रिपोर्ट में मध्य प्रदेश बाल अपराधों में देश में शीर्ष पर आया है और बच्चों की सुरक्षा के मामले में देश का सबसे असुरक्षित राज्य माना गया है। वही आदिवासियों से अत्याचार और उत्पीड़न की घटनाओं में भी प्रदेश का नाम देश के शीर्ष राज्य के रूप में सामने आया है। पिछले दिनो प्रदेश के नेमावर,खरगोन,नीमच , डबरा , बालाघाट में आदिवासी वर्ग के साथ अत्याचार व दमन की घटनाएं सामने आयी है। जिस पर सरकार ने कोई ठोस कदम नही उठाये और ना पीड़ित परिवारों से मिलना तक उचित समझा।
कांग्रेस की सरकार ने विश्व आदिवासी दिवस पर अवकाश घोषित किया था जिसे भी शिवराज सरकार ने निरस्त कर दिया और उनके हित की हमारी सरकार द्वारा शुरू कई योजनाओं को भी बंद कर दिया। नाथ ने अपने खुले पत्र में यह भी लिखा कि गरीबी और बेरोजगारी के कारण आत्महत्या करने वालों में मध्य प्रदेश का स्थान देश में तीसरे नंबर पर है।आज प्रदेश में खाद का संकट चरम पर है,किसान खाद के लिए कई कई दिनो से लाइन में लगे हुए हैं ,पुलिस की मार खा रहे हैं ,प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन प्रदेश की गूंगी-बहरी सरकार और उनके जिम्मेदार मंत्री किसानों की सुध तक नहीं ले रहे हैं।
प्रदेश में कोयले का संकट चरम पर है, जिसके कारण कई विद्युत इकाइयां बंद पड़ी हुई है, जिसके कारण प्रदेश में अघोषित विद्युत कटौती जारी है लेकिन जिम्मेदार ना खाद के संकट को स्वीकार रहे है और ना कोयला और बिजली संकट को स्वीकार कर रहे है। उनकी पिछले 17 वर्ष की 22 हजार घोषणाएं आज तक अधूरी है। प्रदेश के आपकी पार्टी के प्रभारी खुलेआम कहते हैं कि बनिया व ब्राह्मण मेरी जेब में है , वह इन वर्गों का खुलेआम अपमान करते हैं।