सुनील गौतम, दमोह। ऐतिहासिक जैन तीर्थ कुंडलपुर में प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव जी की विशाल प्रतिमा के समक्ष इस सदी का देश का प्रथम ऐतिहासिक पंचकल्याणक महामहोत्सव संत शिरोमणि आचार्य विद्यासागर जी महाराज के अलावा 87 मुनियों, 157 माताजी के एक साथ मंच पर दर्शन करने उनके पावन सानिध्य में 16 से 23 फरवरी तक आयोजित होने वाले पंचकल्याणक महा महोत्सव का पुण्य लाभ प्राप्त करने के लिए लगभग 10 लाख लोगों के आने की संभावना व्यक्त की जा रही है।
प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव जी की कुंडलपुर में विराजित विशाल प्रतिमा के लिए नवनिर्मित विश्व की विशालतम जैन तीर्थ स्थलों में सबसे बड़े 189 फीट के मंदिर का उद्घाटन भी इस आयोजन के दौरान ही किया जाना है। तीर्थराज कुंडलपुर मध्य प्रदेश के दमोह जिला मुख्यालय से 40 किमी दूर पटेरा तहसील में स्थित प्राकृतिक छटा युक्त सुरम्य एवं बाएं से दाएं तक खेले नयनाभिराम अर्धचंद्र कारी स्थल को कुंडलपुर की ऐतिहासिकता प्राचीनता निरूसंदिग्ध है। यहां 8वीं 9वीं शताब्दी से लेकर 18 वीं शताब्दी तक की मूर्तियां भारी संख्या में मिली है जो 63 मंदिरों में प्रतिष्ठित हैं। बड़े बाबा की इस पद्मासन प्रतिमा के पंचकल्याणक महा महोत्सव देश के इतिहास का अपने आप में एक अद्वितीय प्रथम आयोजन हैं।
24 वेदियों का हुआ निर्माण: इस आयोजन की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि यहां पर जो पंचकल्याणक महा महोत्सव हो रहा है। वह विश्व के इतिहास में प्रथम प्रकार का आयोजन है अभी तक जितने भी पंचकल्याणक आयोजित होते हैं उनमें एक ही बेदी का निर्माण किया जाता है तथा भगवान के माता-पिता भी एक ही बनते हैं लेकिन कुंडलपुर में हो रहे इस आयोजन में सबसे बड़ी महत्वपूर्ण उपलब्धि यह है कि यहां पर 24 वेदियों का निर्माण किया जा रहा है तथा भगवान के माता-पिता भी 24 ही बनेंगे जो कि अपने आप में भूतो ना भविष्यति का इतिहास स्थापित कर रहा है। इसके अलावा 1008 मूर्तियों की प्रतिष्ठा भी आचार्य श्री एवं मुनियों के द्वारा की जाएगी जो कि अपने आप में एक उपलब्धि है इन सभी मूर्तियों की स्थापना भारत देश के साथ साथ अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन आदि देशों में भी इन्हें स्थापित किया जाएगा।
व्यापक व्यवस्थाएं आयोजन: इस अभूतपूर्व धार्मिक आयोजन के लिए व्यापक व्यवस्थाएं की गई हैं। आयोजकों के अनुसार इसमें 10 लाख लोगों के शामिल होने की संभावना है। आयोजन हेतु कुंडलपुर में 400 एकड़ जमीन का उपयोग कर वहां पर अस्थाई नगर बनाए गए हैं जिसमें करीब 1 लाख लोगों के रहने की व्यवस्थायें की गई है। इन अस्थाई नगरों में रिंग रोड भी तैयार किए गए हैं जिनमें नगर वाहन सेवा संचालित रहेगी। यात्रियों की सुविधा के लिए दमोह से 40 बसों की व्यवस्था भी की गई है इसके अलावा देखरेख के लिए लगभग 1500 कार्यकर्ताओं के अलावा अतिरिक्त पुलिस बल भी तैनात रहेगा जिसमें आईपीएस एवं अन्य अधिकारियों सहित 1000 पुलिसकर्मी शामिल होंगे।