भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि लाड़ली लक्ष्मी के आईआईटी, आईआईएम समेत अन्य सभी महंगी शिक्षा का खर्च राज्य सरकार उठाएगी। जब बेटियां 12वीं कक्षा उत्तीर्ण कर कालेज में एडमिशन लेंगी तो दो किस्त में उन्हें 25 हजार रुपए दिए जाएंगे लेकिन अगर ज्यादा महंगे पढ़ाई वाले कोर्स करेंगी तो उसका खर्च भी सरकार उठाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि बेटियों में देवी वास करती हैं, वे किसी से कम नहीं हैं। मेरी इच्छा है कि बेटियां आसमान की ऊंचाईयां हासिल करें क्योंकि वे किसी से किसी मायने में कम नहीं हैं। अपनी पढ़ाई और मेहनत के बदौलत उन्हें प्रदेश और देश का नाम रोशन करना है।
सीएम चौहान ने ये बातें राजधानी के लाल परेड ग्राउंड में लाड़ली लक्ष्मी 2.0 लांच करने के मौके पर कहीं। मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया, उषा ठाकुर, मीना सिंह की मौजूदगी में सीएम चौहान ने कहा कि बेटों की तरह मां बाप का सहारा उन्हें बनना है। सरकार उनकी पढ़ाई में किसी तरह की कमी नहीं आने देना चाहती। सीएम चौहान ने कहा कि भांजियों मदर्स डे है आज और मैं आप सभी से अनुरोध करता हूं कि मां को कभी भूलना मत। आज मुझे मेरी मां याद आ गई जो मेरे बचपन में छोड़ गई थीं। मां की भरपाई कोई नहीं कर सकता।
भांजियों आपसे कहना चाहता हूं कि अपने माता पिता की सदा इज्जत करना, सम्मान करना। अब तक की स्थिति में प्रदेश में 42.14 लाख लाड़ली लक्ष्मी हो चुकी हैं। मैं अपने लाड़ली बेटियों के चेहरे पर मुस्कुराहट देखता हूं तो मेरी जिन्दगी सफल हो जाती है। उन्होंने बेटियों को वह किस्सा भी सुनाया जब उनके मन में लाडली लक्ष्मी योजना बनाने का भाव जागृत हुआ। सीएम बनने से पहले बेटियों के विवाह कराने लगा था और सीएम बना तो यह भाव आया कि बेटियों को लखपति बना दें। यहीं से लाड़ली लक्ष्मी योजना की नींव पड़ी। अफसरों के रोकने के बाद भी इस योजना को लागू करने का काम किया है।
ई-संवाद एप से छात्राओं के संपर्क में रहेंगे सीएम, पढ़ाई की भी कराई जाएगी ट्रेकिंग
सीएम चौहान ने महिला और बाल विकास विभाग द्वारा तैयार किए गए ई संवाद लाड़ली एप का लोकार्पण भी इस मौके पर किया जिसमें उन बेटियों की समग्र आईडी जुड़ी है जो लाड़ली लक्ष्मी बन चुकी हैं। इन बेटियों की पढ़ाई की टेÑ्किंग सरकार करेगी और सीएम इस एप के जरिये लाड़ली बेटियों से कभी भी संवाद कर सकेंगे। सीएम ने कहा कि जब जरूरत होगी इस एप के माध्यम से बेटियां मामा शिवराज से संवाद कर सकेंगी। आयोजन में सभी जिले, विकासखंड, ग्राम पंचायत और नगरीय निकायों से भी लाड़ली लक्ष्मियाँ और जन-प्रतिनिधि वर्चुअली जुडे।
एक हजार बेटों पर एक हजार बेटी जन्म लें यही संकल्प
सीएम चौहान ने कहा कि लाड़ली लक्ष्मी योजना शुरू होने के पहले एक हजार बेटों पर 911 बेटियां जन्म लेती थीं और आज की स्थिति में 956 बेटियां एक हजार बेटियां जन्म ले रही हैं। अब यही संकल्प है कि एक हजार बेटों पर एक हजार बेटियां पैदा हों, यह समानता समाज में वे लाना चाहते हैं।