भोपाल। मध्य प्रदेश में अगले साल होने जा रहे विधानसभा चुनाव से पहले नगरीय निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बड़ी जीत हासिल की है। मध्य प्रदेश की सत्ता का सेमीफानल कहे जाने वाले शहरी निकाय चुनावों में अधिकतर सीटों पर कमल खिल गया है। जिन 11 नगर निगम में रविवार को काउंटिंग हुई, उनमें भाजपा ने चार सीटों पर जीत हासिल कर ली है तो 3 पर उसके मेयर प्रत्याशी आगे चल रहे हैं। कांग्रेस ने 2 नगर निगम में महापौर (Mayor) का पद हासिल किया तो एक में बढ़त हासिल है।

भाजपा ने राजधानी भोपाल, इंदौर, उज्जैन, सतना, बुरहानपुर, खंडवा और सागर में परचम लहराया है। भाजपा को छिंदवाड़ा और जबलपुर में कांग्रेस से मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा है तो सिंगरौली में आम आदमी पार्टी (आप) ने भाजपा और कांग्रेस दोनों को झटका देकर मेयर पद के साथ ही यहां की अधिकतर वार्ड पर कब्जा कर लिया है। हालांकि, बीजेपी को सबसे बड़ा झटका केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के गढ़ में लगा है, जहां भाजपा की मेयर प्रत्याशी लगातार पीछे चल रही हैं।

कांग्रेस पार्टी दावे के मुताबिक, नगरीय निकाय चुनाव में अच्छा प्रदर्शन तो नहीं कर पाई, लेकिन पिछले चुनाव के मुकाबले उसने अपने प्रदर्शन में कुछ सुधार जरूर किया है। कांग्रेस ने जबलपुर और छिंदवाड़ा में मेयर पद हासिल कर लिया है। शुरुआती रुझानों में कांग्रेस छिंदवाड़ा में पिछड़ गई थी लेकिन कमलनाथ के गढ़ में पार्टी ने वापसी करते हुए जीत दर्ज की। ग्वालियर में भी कांग्रेस जीत की ओर बढ़ रही है। पिछले चुनाव में भाजपा ने सभी 16 नगर निगम में कब्जा किया था।

चुनावी नतीजों में आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के लिए भी बड़ी खुशखबरी है। दिल्ली और पंजाब की सत्ताधारी पार्टी ने नगरीय निकाय चुनाव में धमाकेदार एंट्री मारी है। पार्टी उम्मीदवार रानी अग्रवाल ने सिंगरौली में जीत हासिल की है। सिंगरौली में अधिकतर वार्ड पर भी आप ने कब्जा जमाया है। इसके अलावा उसदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ने भी प्रदेश में कुछ वार्डों पर जीत हासिल की है तो कई सीटों पर कांग्रेस की हार में अहम भूमिका निभाई है।