ग्वालियर। छत्तीसगढ के रायपुर में पिछले तीन साल से लिव इन रिलेशनशिप में रह रहे मध्यप्रदेश के भिण्ड जिले के एक जोडे ने वैलेंटाइन डे के अवसर पर प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी की अदालत में विवाह किया।

प्रेमी और प्रेमिका ने अपनी शादी को यादगार बनाने के लिए कल वैलेंटाइन डे का दिन चुना। वे रायपुर से अपने घर भिण्ड आए और एडीएम प्रवीण कुमार की अदालत में पहुंचे यहां दोनों ने एक-दूजे को वरमाला डालकर कानूनी मान्यता ली। प्रशासनिक अधिकारियों ने दोनों युगल जोड़े को विवाह के बाद शुभकामनाएं दी।

वैलेंटाइड-डे का इंतजार हर प्रेमी-प्रेमिका को पूरी साल रहता है। इस दिन प्रेमी-प्रेमिका यादगार बनाने के लिए एक दूसरे को गिफ्ट देते हैं। इसी दिन को जीवन भर यादगार बनाने के लिए भिण्ड के भीम नगर में रहने वाले आलोक गौर और पूनम वर्मा ने शादी करने का दिन तय किया।

दरअसल पूनम और आलोक दोनों ही एक मोहल्ले के रहने वाले थे। दोनों में प्रेम प्रसंग पिछले तीन सालों से चल रहा था। शुरूआती दिनों में जब पूनम और आलोक के प्रेम की चर्चा मोहल्ले में होने लगी तो पूनम के परिवार वालों ने विरोध जताया। दोनों ही अलग-अलग समाज से थे। जब परिवारों की दखलअंदाजी बढ़ी तो दोनों ही भिण्ड से दूर रायपुर, छत्तीसगढ़ जा पहुंचे। यहां दोनों ही लिव-इन-रिलेशनशिप में रहने लगे।

हालांकि दोनों ने मंदिर में वर माला डालकर पहले शादी कर ली। परंतु इस शादी को मान्यता न मिलने से कानूनी तौर पर बाधा आ रही थी। इसलिए दोनों ने अपनी शादी को यादगार बनाने के लिए वैलेटाइन-डे का दिन चुना। इन दोनों द्वारा दिए गए आवेदन के बाद एडीएम प्रवीण कुमार ने स्वीकृति दे दी। कोर्ट में शादी कार्यक्रम को पूरा कराके एडीएम ने विवाह को कानूनी मान्यता दे दी। दोनों को शादी का प्रमाण पत्र भेंट किया गया। इस शादी में लडकी और लडके वाले के परिवार शामिल नहीं हुए।