भोपाल. राजधानी भोपाल के गोल्डन ग्रुप के मालिक पीयूष गुप्ता पर आयकर विभाग ने शिकंजा कस दिया है. हाल ही में गुप्ता और फेथ ग्रुप के मालिक बिल्डर राघवेंद्र सिंह तोमर पर आयकर विभाग ने छापा मार कार्रवाई की थी. अब आयकर विभाग ने बेनामी संपत्ति को अटैचमेंट करने की कार्रवाई शुरू कर दी है. विभाग ने सबसे पहले बिल्डर पीयूष गुप्ता की 130 बेनामी प्रॉपर्टी को अटैच किया है. यानी अब गुप्ता इन संपत्तियों की खरीद-फरोख्त नहीं कर सकता. सभी बेनामी प्रॉपर्टी की बिक्री पर पूरी तरीके से रोक लगा दी गई है. आयकर विभाग ने भोपाल सीहोर के जिला पंजीयक और कलेक्टर को बेनामी संपत्ति की सूची भेज दी है. पीयूष गुप्ता के बाद अब आयकर विभाग बिल्डर राघवेंद्र सिंह तोमर पर भी इसी तरीके से अटैचमेंट की कार्रवाई जल्द कर सकता है.
आयकर विभाग की छानबीन में अभी तक पीयूष गुप्ता की कुल 130 प्रॉपर्टी सामने आई है. विभाग की छानबीन जारी है. प्रॉपर्टी का आंकड़ा आगे बढ़ भी सकता है. आयकर विभाग ने आयकर अधिनियम की धारा 132 (9बी) के तहत कार्रवाई करते हुए सभी 130 प्रॉपर्टी का 90 दिन के लिए प्रोविजनल अटैचमेंट किया है. इस अटैचमेंट के बाद अब उसकी 300 करोड़ की 130 बेनामी प्रॉपर्टी की बिक्री और रजिस्ट्री पर पूरी तरीके से रोक लग गई है. इस अटैचमेंट की कार्रवाई को लेकर आयकर विभाग ने गुप्ता को भी नोटिस भेज दिया है.
गुप्ता की सभी 130 प्रॉपर्टी पर अटैचमेंट की कार्रवाई के बाद उसकी तमाम डिटेल की सूची तैयार कर आयकर विभाग की टीम ने भोपाल, सीहोर के जिला पंजीयक और कलेक्टर को भेज दी है. अब इन सभी प्रॉपर्टी पर 90 दिन तक किसी भी तरीके की खरीद-फरोख्त और रजिस्ट्री नहीं की जा सकती है. विभाग किस बात को लेकर अब आगे की जांच कर रहा है कि इन संपत्तियों में किन-किन लोगों ने इन्वेस्टमेंट किया है. यदि आयकर विभाग की दूसरी विंग इन प्रॉपर्टी की पूरी तरीके से बेनामी होने की पुष्टि करता है तो विभाग के द्वारा गुप्ता को नोटिस भेजा जाएगा. नोटिस का संतोषजनक जवाब नहीं आने पर विभाग इन सभी संपत्तियों पर कुर्की की कार्रवाई भी कर सकता है. हालांकि अटैचमेंट की कार्रवाई के खिलाफ गुप्ता के पास कोर्ट जाने का ऑप्शन भी है.
आयकर विभाग की जांच पड़ताल में अभी तक मिली प्रॉपर्टी पीयूष के नौकर, माता-पिता और पत्नी के नाम पर थी. उसकी फर्म ए एंड ए एसोसिएट्स के पार्टनर महेंद्र गोधा, विपिन जैन, पं. राजाबाबू दुबे, फारुख रकीब समेत अन्य लोगों को नाम पर थी. इन सभी लोगों ने सालाना रिटर्न में इन प्राॅपर्टी के बाजार मूल्य की तुलना में बेहद कम टैक्स जमा कराया है. ऐसे में अटैचमेंट की कार्रवाई कर सभी संपत्ति की जांच की जा रही है. इन्वेस्टमेंट के सोर्स को खंगाला जा रहा है. यह बात भी निकल कर सामने आई थी कि गुप्ता की इस कंपनी में कई रिटायर्ड आईएएस आईपीएस राजनेताओं और मौजूदा बड़े अफसरों के साथ कई रसूखदारों नर करोड़ों का इन्वेस्टमेंट किया है.
गुप्ता की ग्रामीण क्षेत्र से लेकर शहरी क्षेत्र में करोड़ों की प्रॉपर्टी निकली है. इसमें कृषि भूमि 251 एकड़ है. जिसमें से 21 एकड़ जमीन सीहोर के भडाखेड़ी और गद्राखेड़ी गांव में, बाकी 230 एकड़ जमीन भोपाल जिले के टुंडा, भैसखेड़ी, मीरपुर, नीलबड़, परवलिया सड़क, नरोन्हा सांकल, तेरासेवनिया में है. प्रॉपर्टी की कीमत 200 करोड़ आंकी गई है. इसके अलावा भोपाल में 58 प्रॉपर्टी है. जिसमें 2 दुकान एमपी नगर, 3 गुर्जरपुरा, 2 पटेल कांप्लेक्स और 2 मेपल हाईस्ट्रीट में हैं. इनकी कीमत 50 करोड़ है. इसके अलावा एयरपोर्ट रोड पर होटल बैंक ऑफ बड़ौदा से नीलामी में खरीदा गया. इसकी कीमत 10 करोड़ है. साथ ही 40 करोड़ कीमत के प्रोफसर कॉलोनी, लालघाटी, मिसरोद,गोदरमऊ, सिंगारचोली और गोलूखेड़ा में 9 फ्लेट्स, 19 बंगले, 25 आवासीय प्लॉट है.