रतलाम। जिले के भैरूपाड़ा में किशोरी से गैंगरेप और हत्या के आरोप में गिरफ्तार तीन आरोपियों में से 12 घंटे में ही दो आरोपी सोमवार रात बिलपांक थाने से भाग निकले। पुलिस को देर रात तक आरोपियों का सुराग नहीं मिला। एसपी ने दोपहर डेढ़ बजे मीडिया के सामने आरोपियों की गिरफ्तारी का खुलासा किया था। साथ ही वारदात वाले दिन आरोपियों की गिरफ्तारी पर बिलपांक पुलिस टीम को दस हजार रुपए देने की घोषणा की थी। रात को खाने के समय तीनों आरोपी गुत्थमगुत्था हो गए। पुलिस छुड़ाने पहुंची तो तीनों भाग गए। इसमें से केवल एक आरोपी कालू को पुलिस पकड़ सकी। अब आरोपियों की गिरफ्तारी पर पुलिस ने रात में दस-दस हजार रुपए के इनाम की घोषणा की है। तीनों रिश्ते में चचेरे भाई हैं।
गैंगरेप के तीन आरोपियों कालू पिता चेनसिंह, दीपक उर्फ दीपला पिता नाहर सिंह और रवि पिता राम सिंह तीनों निवासी गुर्जरपाड़ा को पुलिस ने भैरूपाड़ा से गिरफ्तार किया था। दिन में प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद बिलपांक थाने के पुलिसकर्मी मेडिकल परीक्षण के लिए आरोपियों को जिला अस्पताल ले गए। मेडिकल के बाद 4:30 बजे आरोपियों को बिलपांक थाने पहुंचाया। उसके बाद थाने की ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी शिफ्ट बदलने पर अपने घर चले गए। थाने में चार-पांच पुलिसकर्मी थे। आरोपियों को लॉकअप में बंद करने के बजाय पीछे के कमरे में हथकड़ी डाल कर बैठा दिया था। रात करीब 8:30 बजे संतरी अर्जुन गणावा ने भोजन करवाने के लिए आरोपियों की हथकड़ी खोली। थोड़ी देर बाद तीनों आरोपी आपस में झगड़ कर गुत्थमगुत्था हो गए। जवान बीच-बचाव कर रहे थे तभी तीनों भाग निकले। कालू को तो वहीं पकड़ लिया। दीपक और रवि भाग निकले।