भोपाल। संस्कार और शुचिता के लिए जानी जाने वाली भाजपा सरकार में अब महिलाओं से शराब की बिक्री कराने की तैयारी है। इसके लिए कई जिलों में तो अफसरों ने बाकायदा ड्यूटी चार्ट तैयार कर महिलाओं की ड्यूटी भी प्रस्तावित कर दी है। इस बीच अब सरकार के पास शराब की बिक्री को लेकर तीन विकल्प बचे हैं, जिस पर अंतिम निर्णय के लिए अलग-अलग मंथन शुरू हो गया है। ये तीन विकल्प मंत्री समूह के गठन के बाद हुआ निर्णय, शराब ठेकेदारों से फिर बातचीत और तीसरा महिलाओं से शराब की बिक्री कराना हैं।
प्रदेश में शराब दुकानों पर अब महिलाएं आपको शराब बेचते नजर आ सकती हैं। दरअसल ठेकेदारों के द्वारा शराब दुकानें सरेंडर करने के बाद जिलों में प्रशासन ने खुद शराब बिक्री का खाका तैयार कर लिया है। इसके लिए प्रस्ताव भी तैयार हो गया है। इसके मुताबिक आबकारी विभाग के अधिकारी कर्मचारी शराब बेचने के लिए दुकानों पर तैनात किए जाएंगे।
इसके लिए भोपाल समेत कई जिलों में पुरुष निरीक्षकों के साथ ही महिला निरीक्षकों को भी दुकानों में तैनात करने का प्रस्ताव तैयार किया जा चुका है। इस प्रस्ताव पर मुहर लगती है तो ऐसा पहला मौका होगा जब मध्यप्रदेश में शराब दुकानों से शराब की बिक्री महिलाएं करेंगी।
गौरतलब है कि शराब ठेकेदारों ने प्रदेश की 67 प्रतिशत दुकानें सरेंडर कर दी हैं। राजस्व वृद्धि की रणनीति और नई आबकारी नीति के क्रियान्वयन के लिए मध्यप्रदेश सरकार ने मंत्री समूह गठित किया है। इस ग्रुप के अध्यक्ष स्वास्थ्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा होंगे। मंत्री समूह में गोविंद सिंह राजपूत और मीना सिंह मांडवे सदस्य होंगी। प्रमुख सचिव वाणिज्यिक कर समिति के सचिव होंगे। दूसरी ओर सूत्रों का कहना है कि समूह के फैसले के साथ सरकार ठेका छोड़ने वाले ठेकेदारों से बातचीत भी कर सकती है।