भोपाल। रीवा में शुक्रवार से जिंदगी और मौत के बीच चल रहीं लड़ाई के बीच पूरा रीवा मयंक के सकुशल रहने की दुआएं मांग रहा था और जब आज मयंक को बोरवेल से बाहर निकाला गया तो सिर्फ उसका शरीर ही रेस्क्यू टीम के हाथ लगा. मयंक लड़ते लड़ते हार गया और अपने घर परिवार को छोड़ कर दूर चला गया.

वहीं रीवा में बोरवेल में गिरे मासूम को निकालने के कुछ घंटे बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का कड़ा फरमान आया है, सीएम ने त्योंथर के जनपद सीईओ और एसडीओ पीएचई को निलंबित करने के निर्देश दिए है.

 सरकार मयंक के परिजनों के साथ खड़े हैं: सीएम ने ट्वीट कर लिखा 

रीवा जिले के मनिका गांव में बोरवेल में गिरे मासूम बच्चे मयंक को प्रशासन के लगातार और अथक प्रयासों के बाद हम नहीं बचा सके. मन अथाह दु:ख और पीड़ा से भरा है। ईश्वर दिवगंत आत्मा को शांति एवं परिजनों को यह गहन दु:ख सहन करने की शक्ति प्रदान करें.

पीड़ित बच्चे के परिजनों को रेडक्रॉस की ओर से ₹4 लाख की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है। दु:ख की इस घड़ी में, मैं और मध्यप्रदेश सरकार मयंक के परिजनों के साथ खड़े हैं.

इस मामले में जवाबदेही तय करते हुए सीईओ जनपद त्योंथर एवं एसडीओ पीएचई त्योंथर को निलंबित करने के निर्देश दिए हैं.

मेरा आप सभी से अनुरोध है कि ऐसे बोरवेल को ढंक कर रखें, ताकि इस तरह की घटनाओं को भविष्य में रोका जा सके.

जिंदगी और मौत की जंग हार गया मयंक

48 घंटे बाद पूरा हुआ रेस्क्यू मनिका गांव निवासी मयंक आदिवासी जो महज 6 वर्ष का था शुक्रवार की दोपहर अपने दोस्तो के साथ खेत में गेंहू की बलिया लेने गया था, जहां वह खुले बोरवेल में गिर गया. उसके साथियों और परिवार ने मयंक को बाहर निकालने की कोशिश की लेकिन वो सफल न हो सके शाम तक प्रशासन को जानकारी होने के बाद रेस्क्यू का काम शुरु हुआ.

जिला कलेक्टर प्रतिभा पाल, एसपी विवेक सिंह, विधायक सिद्धार्थ तिवारी सहित अन्य अधिकारी नेता शुक्रवार की शाम से ही मनिका गांव में डट गए और मयंक को बचाने हर संभव कोशिश की लेकिन भगवान के कुछ और ही मंजूर था जब आज रेस्क्यू टीम कड़ी मेहनत के बाद मयंक के पास पहूंची तो उसकी मौत हों चुकी थीं, तीन दिनों से पुरा गांव और रीवा मयंक के सकुशल निकलने की प्रार्थना कर रहा था सैकड़ो लोग रेस्क्यू की जगह पर बिना खाए पिए टकटकी लगाए मयंक के सकुशल निकलने की प्रतिक्षा में खड़े रहें. मयंक को टीम ने निकालकर अस्पताल पहुंचाया है जहा चिकित्सा फॉरमेल्टी के बाद शव को परिजनो को सौंपा जाएगा.