पथरिया (दमोह)। मध्यप्रदेश के दमोह जिले के पथरिया में जैन समाज का सबसे बड़ा आयोजन विरागोदय तीर्थ महामहोत्सव चल रहा है। जिसमें पूजन अभिषेक, शांतिधारा के साथ गणाचार्य गुरुदेव का आगमन विशाल पंडाल में दिव्यघोष के उदघोष के साथ हुआ।

साथ में दीक्षत आचार्य विनम्र सागर, आचार्य विशुद्ध सागर, आचार्य विभव सागर, आचार्य विनिश्चय सागर, आचार्य विनम्र सागर, मुनि विहर्ष सागर समेत 300 साधुओं के साथ जहां अतिथियों द्वारा चित्र अनावरण, दीप प्रज्वलन, चरण प्रक्षालन गुरुदेव का भक्तों ने किया। साथ ही आचार्य विनम्र सागर जीवन है पानी की बूंद रचना की कुछ कविताओं का पाठ किया गया, जिससे पूरे सदन में तालियों की आवाज गुंजायमान हो गई।

आचार्यश्री विनिश्चय सागर ने अपने संस्मरण सुनाते हुए गुरुदेव के वात्सल्य की यादें सबके सामने व्यक्त की उन्होंने कहा गुरुदेव ने बाल्यवस्था से ही मेरा हाथ थाम लिया था जो अभी तक कृपा दृष्टि बनाये हुए हैं।

गणाचार्य विराग सागर द्वारा प्रत्येक पांच वर्षो के उपरांत होने वाले युगप्रतिक्रमण का भी अनुष्ठान संपन्न हुआ जिसमें पूरे 300 संघ के साथ हजारों श्रावकों से पूरा पंडाल भरा हुआ था। अनेक भक्तिया, विनती एवं जीवन मे किये हुए पापो के एवं अपराधों के प्रयाश्चित के लिए क्षमा याचना करना प्रतिक्रमण है। मीडिया प्रभारी रोहित जैन ने बताया पंचकल्याणक का मंगलाचरण हो गया है।