इंदौर के नवविवाहित जोड़े सोनम और राजा रघुवंशी की मेघालय यात्रा एक भीषण त्रासदी में बदल गई है। हनीमून मनाने शिलांग पहुंचे इस जोड़े की कहानी ने अब पूरे देश का ध्यान खींचा है। जहां पति राजा की हत्या की पुष्टि हो चुकी है, वहीं पत्नी सोनम का अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है। घटना के बाद सोनम के पिता देवी सिंह रघुवंशी ने मेघालय पुलिस की भूमिका पर गंभीर सवाल उठाते हुए सीबीआई जांच की मांग की है। आइए जानते है इस खबर को विस्तार से…
11 दिन के बाद मिली लाश, पर सोनम लापता
आपको बता दें कि राजा और सोनम की शादी 11 मई को इंदौर में हुई थी। शादी के नौ दिन बाद यानी 20 मई को वे हनीमून के लिए मेघालय रवाना हुए। 23 मई को दोनों ने शिलांग के प्रसिद्ध नोंग्रियाट गांव में स्थित डबल डेकर लिविंग रूट ब्रिज घूमने की योजना बनाई। उसी दिन से दोनों अचानक लापता हो गए। अगले दिन, 24 मई को उनकी किराए पर ली गई स्कूटी सोहरा इलाके में लावारिस हालत में पाई गई। इसके बाद परिवार और प्रशासन में हलचल मच गई, लेकिन कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लगा।
गहरी खाई से मिला रघुवंशी का शव
2 जून को राजा रघुवंशी का शव वेईसावडॉन्ग झरने के पास करीब 200 फीट गहरी खाई से मिला। पहचान उनके हाथ पर बने ‘राजा’ नाम के टैटू से की गई। जब शव का पोस्टमॉर्टम हुआ, तो साफ हुआ कि उनकी मौत दुर्घटना नहीं, बल्कि हत्या थी। वहीं सोनम का कोई पता अब तक नहीं चल सका है, जिससे परिजनों की चिंता और दर्द बढ़ता जा रहा है।
पुलिस ने समय पर नहीं की कार्रवाई
वहीं इस पूरे मामले पर सोनम के पिता देवी सिंह रघुवंशी ने मेघालय पुलिस और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि अगर शिलांग पुलिस ने शुरुआत से ही सक्रियता दिखाई होती, तो शायद उनकी बेटी आज जिंदा होती। उन्होंने दावा किया कि उनकी बेटी और दामाद की जान बच सकती थी, अगर पुलिस ने समय रहते सुरागों को गंभीरता से लिया होता। उन्होंने ये भी कहा कि जब पुलिस ने उनकी किराए की स्कूटी बरामद की थी, तब उसमें सोनम का रेनकोट, राजा की टी-शर्ट और मोबाइल फोन थे। ये चीजें पहले CCTV फुटेज में स्कूटी में नजर आई थीं, लेकिन बाद में ये शव के पास गिरी हुई मिलीं। इससे साफ है कि सबूतों से छेड़छाड़ की गई और पुलिस ने उन्हें सुरक्षित रखने में घोर लापरवाही की।
क्या पर्यटकों की सुरक्षा की जिम्मेदारी नहीं है?
देवी सिंह ने शिलांग प्रशासन और मेघालय सरकार से सवाल किया कि जब राज्य में पर्यटक बड़ी संख्या में आते हैं, तो उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी किसकी है? वेईसावडॉन्ग जैसे दुर्गम और खतरनाक इलाकों में कोई सुरक्षा गार्ड या पुलिसकर्मी क्यों तैनात नहीं था? उन्होंने यह भी पूछा कि क्या सरकार को पर्यटकों की जान की कोई परवाह नहीं है?
CBI जांच की मांग, CM ने की सिफारिश
मामला अब राजनीतिक और राष्ट्रीय स्तर पर पहुंच चुका है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से CBI जांच कराने की अनुशंसा की है। साथ ही, सोनम के पिता ने भी प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से अपील की है कि उनकी बेटी के लिए न्याय सुनिश्चित किया जाए और दोषियों को सज़ा दिलाई जाए।
अभी भी अनसुलझे हैं कई सवाल
यह मामला सिर्फ एक दुर्घटना नहीं है, बल्कि एक रहस्यमय और भयावह हत्याकांड का संकेत देता है। राजा की हत्या की पुष्टि ने इस केस को और भी पेचीदा बना दिया है। सोनम कहां हैं, क्या वे जिंदा हैं या उन्हें भी नुकसान पहुंचाया गया है – इन सभी सवालों के जवाब अब तक किसी के पास नहीं हैं। देशभर के लोग इस मामले को लेकर चिंतित और आक्रोशित हैं।